पुतिन बेलारूस में अपने सैनिक तैनात करेंगे,ओर बढ़ेगा तनाव
मॉस्को
रूस-यूक्रेन युद्ध में अब बेलारूस भी शामिल होने जा रहा है। रूस अपने पड़ोसी देश बेलारूस में 9000 सैनिकों को तैनात करने के लिए तैयार है। बेलारूसी रक्षा मंत्रालय के इस दावे ने यूक्रेन में जंग के तेज होने का खतरा बढ़ा दिया है। हालांकि क्रेमलिन ने इसे 'रक्षात्मक अभियान' करार दिया है लेकिन युद्ध पर करीब से नजर रखने वालों का मानना है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बेलारूस को इस लड़ाई में शामिल करना चाहते हैं। बेलारूस एक ऐसा देश है जिसकी सीमाएं यूक्रेन और रूस दोनों के साथ मिलती हैं। जंग की शुरुआत से ही वह रूस का समर्थन कर रहा है और पश्चिमी देशों की धमकियों को नजरअंदाज करता रहा है।
डेलीमेल की खबर के अनुसार रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि मार्च के बाद से पहली बार सैनिकों को बेलारूस भेजने का फैसला, 'हमारी सीमा से लगे क्षेत्रों में चल रही गतिविधियों' के चलते लिया गया है। यह खबर ऐसे समय में आई है जब रूस ने बेलारूस के लड़ाकू विमानों को परमाणु मिसाइलों से लैस करने की धमकी दी है। बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको पुतिन के करीबी हैं। लुकाशेंको के मुताबिक बेलारूस और रूस अपने सैनिकों को एकजुट कर रहे हैं और एक संयुक्त टास्क फोर्स का गठन कर रहे हैं।
पुल धमाके के बाद बदल गई जंग की तस्वीर
पिछले आठ महीने से जारी युद्ध में अचानक यह तेजी क्रीमिया पुल धमाके के बाद आई है। विस्फोट के बाद रूस ने कीव सहित दर्जनों यूक्रेनी शहरों को निशाना बनाया था। कीव स्थित भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की थी। इस हफ्ते चीन ने भी अपने नागरिकों से बढ़ती सुरक्षा चिंताओं के चलते तत्काल यूक्रेन को छोड़ने के लिए कहा है। सर्बिया जैसे कुछ देश अपना दूतावास पूरी तरह बंद कर चुके हैं।
बेलारूस के लड़ाकू विमानों को मॉडिफाई करेगा रूस
यूक्रेन की राजधानी कीव से बेलारूस की सीमा 225 किमी दूर स्थित है। फरवरी में यूक्रेन के खिलाफ हमले के लिए रूस ने बेलारूस का इस्तेमाल एक लॉन्चपैड के रूप में किया था। शनिवार को रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह बेलारूस के Su-25 लड़ाकू विमानों को परमाणु मिसाइल ले जाने की क्षमता से लैस करेगा। करीब 50,000 की सेना वाला बेलारूस देश एक 'गैर परमाणु' शक्ति संपन्न देश है।