लॉर्ड माउंटबेटन पर यौन शोषण का मामला अदालत की दहलीज पर
लंदन.
ब्रिटिश राज परिवार के करीबी रिश्तेदार और भारत के वायसराय रह चुके लॉर्ड माउंटबेटन के खिलाफ कम उम्र के लड़कों के यौन शोषण का मामला पहली बार किसी अदालत की दहलीज पर पहुंचा है. एक बार फिर एक शख्स ने आरोप लगाया है कि कम उम्र में माउंटबेटन ने उसका रेप किया था. अब तक ये चौथा शख्स है जिसने आरोप लगाया है कि माउंटबेटन ने कम उम्र में उसका यौन शोषण किया था. किनकोरा बॉयज होम के एक पूर्व निवासी आर्थर स्मिथ ने ये आरोप लगाए हैं.
संडे लाइफ में छपी एक खबर के मुताबिक अब माउंटबेटन के खिलाफ यौन अपराधों के आरोप अदालत में दायर किए जाएंगे. लॉर्ड माउंटबेटन ब्रिटेन के नए किंग चार्ल्स III के लिए गुरु और पिता के समान थे. इससे शाही परिवार के सामने परेशानी पैदा हो सकती है. आरोप है कि माउंटबेटन ने उत्तरी आयरलैंड में कई छोटी उम्र के लड़कों को अपनी यौन इच्छा को पूरा करने के लिए निशाना बनाया. किनकोरा बॉयज होम के एक पूर्व निवासी आर्थर स्मिथ ने उनके और अन्य लोगों के खिलाफ बेलफास्ट में कानूनी मामला दायर किया है.
आर्थर स्मिथ का दावा है कि जब वे 11 साल के बच्चे थे तो उनका यौन शोषण लॉर्ड माउंटबेटन ने किया था. अगर उनका दावा सही साबित होता है, तो वह माउंटबेटन के शिकार बने लड़कों की सूची को और बढ़ाएंगे. जिनमें से चार आयरलैंड से हैं. स्मिथ का कहना है कि उनके साथ 1977 में किनकोरा में माउंटबेटन ने दो बार यौन दुर्व्यवहार किया था. इसके बाद आगे चलकर अपने जीवन में उसने आत्महत्या की कोशिश भी की. जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
गौरतलब है कि किनकोरा बॉयज होम को तीन लोग-विलियम मैक्ग्राथ, जोसेफ मेन्स और रेमंड सेम्पल चलाते थे. इन सभी को दिसंबर 1981 में बाल यौन शोषण का दोषी ठहराया गया था. किनकोरा बॉयज होम चलाने वाले मैक्ग्राथ और मेन्स एक एंग्लो-आयरिश सेक्स रैकेट का हिस्सा थे. जो बच्चों की देखभाल के लिए केंद्र चलाने की आड़ में बच्चों को वीआईपी लोगों की यौन इच्छा को पूरा करने के लिए भेजते थे.