लक्ष्य से बड़ा हौंसला रखें – निश्चित मिलेगी सफलता : एसीएस मलय श्रीवास्तव
- जल जीवन मिशन ने पहुँचाया साढ़े 53 लाख घरों में नल से जल
- अब तक 50 हजार करोड़ लागत की जल प्रदाय योजनाएँ मंजूर
भोपाल
आजादी के बाद पहला अवसर है जब प्रदेश में ग्रामीण आबादी के प्रत्येक परिवार तक नल से जल पहुँचाने के लिए जल जीवन मिशन के जरिये व्यवस्था की जाना है। विभाग के पास मिशन के कार्य पूरे कर समूची ग्रामीण आबादी को "हर घर जल" उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी और अवसर दोनों ही हैं। अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मलय श्रीवास्तव ने विभागीय अधिकारियों से चर्चा में यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि विभाग को मिशन से हर घर जल पहुँचाने की मिली जिम्मेदारी पुनीत कार्य और जीवन के यादगार समय जैसी होगी। संभवत: शासकीय सेवकों की आने वाली पीढ़ी को ऐसा मौका नहीं मिलेगा।
अपर मुख्य सचिव श्रीवास्तव ने कहा कि लक्ष्य बड़ा है लेकिन हमारा हौंसला उससे भी बड़ा होना चाहिए। मिशन के प्रारंभिक दो वर्ष कोरोना में ही निकल जाने के बाबजूद प्रदेश में मिशन की उपलब्धि संतोषजनक है। अब पूरे मनोयोग और सुनिश्चित व्यवस्था के साथ कार्यों को शीघ्र पूरा किया जाना है़, जिससे लक्षित अवधि में प्रत्येक ग्रामीण परिवार को नल कनेक्शन से जल उपलब्ध करवाया जा सके।
अपर मुख्य सचिव श्रीवास्तव ने कहा कि शासन स्तर पर प्राप्त हुए एकल और समूह जल प्रदाय योजनाओं के प्रस्तावों पर त्वरित स्वीकृतियाँ जारी की गई हैं। अब तक 40 हजार 110 ग्राम के 86 लाख 12 हजार परिवार को लक्षित कर बनाई गई 50 हजार करोड़ रूपये से अधिक लागत की जल प्रदाय योजनाएँ स्वीकृत की जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारी पूरी क्षमता से मिशन कार्यों को अंजाम दें। एसीएस श्रीवास्तव ने आश्वस्त किया कि दायित्वों के निर्वहन में आने वाली हर संभव कठिनाई को संज्ञान में आते ही हल किया जायेगा और बेहतर कार्य संपादन करने वाले शासकीय सेवक प्रशंसा के पात्र होंगे।
जल जीवन मिशन की एकल तथा समूह जल-प्रदाय योजनाओं से एक करोड़ 20 लाख से अधिक क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन लगाये जाने का लक्ष्य है। मध्यप्रदेश की 44 प्रतिशत से अधिक ग्रामीण आबादी अब जल जीवन मिशन से लाभान्वित होकर घर पर ही नल से जल प्राप्त कर रही है। मिशन में 53 लाख 48 हजार से अधिक ग्रामीण परिवार को नल से जल मुहैया कराया जा चुका है। संकल्प पूर्ति की ओर निरन्तर बढ़ते कदमों में अब तक प्रदेश के 6 हजार 743 गाँव और बुरहानपुर जिले के शत-प्रतिशत ग्रामीण परिवारों को हर घर जल उपलब्ध हो रहा है।