भोपाल में भारत पेट्रोलियम डिपो में डीजल टैंक फटने से लगी आग, 7 कर्मचारी घायल, 3 की हालत नाजुक
भोपाल
राजधानी भोपाल में दीपावली से पहले एक बड़ा हादसा हो गया भारत पेट्रोलियम डिपो में शुक्रवार रात ब्लास्ट हो जाने से 7 लोग घायल हो गए। 4 लोगों की हालत गंभीर है। बताया जा रहा है कि अर्थिंग यूज होने की वजह से ब्लास्ट हुआ। भोपाल के बकानिया स्थित पेट्रोलियम डिपो में रात 7.47 बजे हुए ब्लास्ट में 7 लोग बुरी तरह से झुलस गए फिलिंग पॉइंट पर एक पर 12 हजार लीट ईंधन के टैंक में भरा था। तभी इसी टैंकर में अचानक तेज धमाका हुआ और आग लग गई। टैंकर एचपीसीएल का था। हादसे में एक ट्रक भी क्षतिग्रस्त हुआ है।
मौके पर मौजूद प्रतिरक्षा ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि एयर फैन तक उड़ गया। मौके पर खड़े टैंकर के ड्राइवर और कंडक्टर बुरी तरह झुलस गए एक कर्मचारी भी घायल हो गया। गनीमत रही कि बीपीसीएल प्रबंधन दौरान एक्टिव हो गया और 15 मिनट में आग पर काबू पा लिया गया। सभी को चिरायु अस्पताल ले जाया गया। गंभीर घायलों को आईसीयू में शिफ्ट किया गया है पुलिस ने फिलिंग प्वाइंट को सील कर दिया है। घायलों से मिलने भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया अस्पताल पहुंचे। कलेक्टर ने कहा कि घटना की विस्तृत जांच की जाएगी। उसके बाद ही सही कारणों का पता चल पाएगा।
मध्य प्रदेश टैंकर वर्ग एसोसिएशन के अध्यक्ष अब्दुल रहमान ने डिपो प्रबंधन पर लापरवाही करने के आरोप लगाएं। रहमान ने बताया कि डिपो में रिफलिंग का समय सुबह 7:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक रहता है भारत पैट्रोलियम मैनेजर ऊपर टाइम बढ़ाने के चक्कर में रात 10:00 पर चैटिंग करो कि रिफिलिंग करवाते हैं। रात में विजिबिलिटी कम होती है। टैंकर भरते समय प्रॉपर अर्थिंग का होना जरूरी होता है। शुक्रवार को भी लूजर सिंह के कारण ही संभवत हादसा हुआ होगा। घायल हुए लोगों के नाम इस प्रकार है सलमान, शानू , विनोद सेठी, राजा मियां, राज, छोटेलाल और अंतराम।
बता दे भोपाल में आज से करीब 40 साल पहले ऐसी लापरवाही के चलते राजधानी एक फैक्ट्री में बड़ा हादसा हुआ था। जिसमें हजारों की संख्या में लोगों की जान चली गई थी और लाखों की संख्या में लोग प्रभावित हुए थे।