बागी हुए नेताओं का भाजपा ने किया निलंबन खत्म
रायपुर
नगरीय निकाय चुनाव और विधानसभा उपचुनाव में बागी हुए नेताओं का भारतीय जनता पार्टी ने निलंबन खत्म कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने बागी नेताओं के पत्र पर विचार करने के बाद यह निर्णय लिया। वहीं दूसरी ओर हटाए गए जिलाध्यक्षों को अध्यक्ष राव ने विशेष आमंत्रित सदस्य बना दिया है।
प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने बताया कि भिलाई की अनिता अग्रवाल, सत्यनारायण अग्रवाल का निलंबन वापस लिया गया है। मनेंद्रगढ़ के लखन श्रीवास्तव का निष्कासन समाप्त किया गया है। रायगढ़ के विजय अग्रवाल और महासमुंद के संपत अग्रवाल का निलंबन बहाल किया गया है। विजय और संपत ने हाल ही में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में सदस्यता दिलाई गई थी। खैरागढ़ उपचुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार करने के मामले में लोकेश्वरी जंघेल, रावल कोचर, राकेश ठाकुर, केशव साहू और रामा साहू का निलंबन किया था। उनके निलंबन को समाप्त नहीं किया गया है। वहीं, सक्ती में अनुशानहीनता के मामले में पार्टी ने संजय कश्यप को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। संजय ने पार्टी की बैठक में पदाधिकारियों के साथ हाथापाई की और वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। उनसे सात दिन में जवाब मांगा गया है। कुम्हारी मंडल भाजयुमो की लगातार मिल रही शिकायतों के बीच वहां कार्यसमिति को भंग कर दिया गया है।
भाजपा ने 13 संगठन जिलों में नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की है। इसके साथ ही जिलाध्यक्ष के पद से हटाए गए पांच नेताओं को प्रदेश कार्यसमिति में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया है। इसमें रायपुर शहर के पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी, जशपुर के रोहित साय, भिलाई के वीरेंद्र कुमार साहू, नारायणपुर के बृजमोहन देवांगन और सुकमा के हुंगाराम मरकाम शामिल हैं।