कश्मीर में आतंकी नेटवर्क पर कड़ा प्रहार, 14 जगहों पर एसआइए के छापे, भारी मात्रा में दस्तावेेज बरामद
श्रीनगर
आतंकी पारिस्थितिक तंत्र और आतंकियों के वित्तीय नेटवर्क के समूल नाश के अपने अभियान के तहत प्रदेश जांच एजेंसी (एसआइए) ने शनिवार को कश्मीर में 14 मकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में छापेमारी की। इस दौरान किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है, लेकिन मोबाइल फोन, विद्युतीय उपकरण, आपत्तिजनक साहित्य व साजो सामान और बैंक दस्तावेज बरामद किए हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि जिन लोगों के ठिकानों की तलाशी ली है, उनके आतंकी संगठनों से तार जुड़े हुए हैं।
एसआइए की छापेमारी सुबह सात बजे शुरू हुई। इसके लिए 14 अलग-अलग दस्ते बनाए गए थे। श्रीनगर, सोपोर, बारामुला और शोपियां में संदिग्ध तत्वों को चिह्नित करने के बाद उनके ठिकानों पर छापेमारी के लिए एनआइए अधिनियम के तहत मनोनीत विशेष अदालत से तलाशी वारंट प्राप्त किया। श्रीनगर के परिंपोरा में बस स्टैंड के सामने जहूर अहमद मीर के घर की तलाशी ली। लालचौक से चंद मीटर की दूरी पर रेजिडेंसी रोड पर बाबा बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर टूर एंड ट्रैवल एजेंसी के कार्यालय को खंगाला गया।
यह एजेंसी नूरबाग के बुरहान उल हक की है। उसके मकान की भी तलाशी ली है। गांदरपोरा ईदगाह में पशमीना व्यापारी अली मोहम्मद वानी के घर में तलाशी के दौरान एसआइए टीम ने मेाबाइल फोन, बैंक पासबुक और पासपोर्ट जब्त किया है। नौहट्टा में मोहम्मद आरिफ शाह और मोहम्मद यूनुस वानी के घर की तलाशी ली है। सुल्तानपोरा पट्टन बारामुला में अल्ताफ अहमद पुजु और दक्षिण कश्मीर के अवनीरा जैनपोरा शोपियां में गुलजार अहमद बट के मकान में भी तलाशी है। वह पीएचई विभाग का कर्मी बताया जाता है।
आतकियों के लिए वित्तीय मदद जुटाने का हो रहा था प्रयास
एसआइए के प्रवक्ता ने बताया कि वादी में आतंकी और अलगाववादी गतिविधियों में मदद करने वाले ओवरग्राउंड नेटवर्क के बारे में मिली सूचनाओं पर एफआइआर दर्ज करने के बाद संदिग्ध तत्वों के ठिकानों पर छापे मारे। इनके बारे में पता चला था कि सभी पाकिस्तान और गुलाम कश्मीर में बैठे आतंकी कमांडरों के साथ घाटी में आतकियों और अलगाववादियों के लिए वित्तीय मदद जुटाने के अलावा उनके लिए आवश्यक साजो सामान का बंदोबस्त करते थे। यह सुरक्षाबलों से बचने के लिए पाकिस्तान में शरण लेने वाले कश्मीरी आतंकियों के साथ लगातार संपर्क मे हैं। इनके ठिकानों से जब्त साजो सामान की जांच की जा रही है। उसकी शुरुआती जांच के आधार पर इन सभी लोगों के आतंकियों के साथ संबंधों का संकेत मिलता है। इस मामले में जल्द ही कुछ गिरफ्तारियों की संभावना है।