बादशाह मसाला अब बेचेगा डाबर ,587.52 करोड़ हुई डील!
नई दिल्ली
रोजमर्रा के इस्तेमाल वाले कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (FMCG) बनाने वाली कंपनी डाबर (Dabur India) अब मसाले बेचने की तैयारी में है. सितंबर तिमाही के जारी रिजल्ट के साथ कंपनी ने बादशाह मसाला (Badshah Masala) में हिस्सेदारी खरीदने का ऐलान किया है. डाबर ने बादशाह मसाला में 51 फीसदी हिस्सेदारी 587.52 करोड़ रुपये में हासिल करने की घोषणा की है. एक ज्वाइंट बयान में कहा गया कि डाबर ने बादशाह मसाला प्राइवेट लिमिटेड की 51 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए पक्के एग्रिमेंट पर साइन किए हैं. इस डील के बाद बादशाह मसाला पर डाबर इंडिया का मालिकाना हक हो जाएगा.
नई कैटेगरी में प्रवेश
ज्वाइंट बयान के अनुसार, बादशाह मसाला पिसे हुए मसालों, मिक्स मसालों और अन्य खाद्य प्रोडक्ट्स बनाकर बेचती है और निर्यात भी करती है. डाबर इंडिया ने शेयर बाजार को बताया कि यह अधिग्रहण फूड सेक्टर की नई कैटेगरीज में प्रवेश करने के कंपनी के रणनीतिक इरादे के अनुरूप है. डाबर इंडिया ने कहा कि 51 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी के लिए 587.52 करोड़ रुपये में डील हुई है.
इस डील के लिए बादशाह मसाला की वैल्यू 1,152 करोड़ रुपये थी. कंपनी ने कहा कि बाकी 49 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण अगले पांच साल बाद किया जाएगा. कंपनी ने कहा कि इस अधिग्रहण के साथ डाबर इंडिया तीन साल में अपने फूड बिजनेस को 500 करोड़ रुपये तक बढ़ाने का इरादा रखती है.
डाबर इंडिया का मुनाफा घटा
बीते दिन जारी दूसरी तिमाही के रिजल्ट में डाबर इंडिया के कंसोलिडेट मुनाफे में सालाना आधार पर 2.85 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. सितंबर की तिमाही में कंपनी का मुनाफा 490.86 करोड़ रहा है. वहीं, पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी ने 505.31 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था. हालांकि, ऑपरेशन से कंपनी के रेवेन्यू में 6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और ये 2,986.49 करोड़ रुपये हो गया है. पिछले साल इसी अवधि में ये आंकड़ा 2,817.58 करोड़ रुपये रहा था.
फूड्स एंड बेवरेजेज में ग्रोथ
डाबर के फूड्स एंड बेवरेजेज डिवीजन ने 30 फीसदी की मजबूत वृद्धि दर्ज की है. फूड्स बिजनेस ने 21 फीसदी की बढ़त दर्ज की, वहीं बेवरेजेज बिजनेस ने सितंबर की तिमाही को 30 फीसदी से अधिक की बढ़त के साथ पूरा किया.
होम केयर क्षेत्र में लगभग 21 फीसदी की वृद्धि देखी गई, जबकि टूथपेस्ट क्षेत्र में डाबर रेड पेस्ट के सफल प्रदर्शन के कारण 11 फीसगी से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई. इस तिमाही के दौरान शैंपू और पोस्ट वॉश के कारोबार में 9 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. इसके अतिरिक्त, डाबर के ओटीसी आयुर्वेदिक विभाग ने 9 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हासिल की है.