नितिन नबीन को कांग्रेस ने घेरा,आखिर छत्तीसगढिय़ावाद पर पीड़ा क्यों ..?
रायपुर
मुख्यमंत्री बघेल ने राजधानी में छत्तीसगढ महतारी की प्रतिमा का राज्य स्थापना दिवस पर अनावरण किया और घोषणा भी कर दी कि पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयों में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा लगायी जायेगी। लेकिन भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी नितिन नबीन के बयान से अब इस पर सियासी माहौल गरमा गया है। दरअसल उन्होने कह दिया हम छत्तीसगढिय़ावाद नहीं भारतीयवाद की बात करते हैं। अब कांग्रेस इस पर हमलावर है। उन्होने सवाल उठा दिया है कि आखिर भाजपा को छत्तीसगढिय़ावाद से पीड़ा क्यों हैं?
रायपुर में नितिन नबीन ने कहा, छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति लगाने से क्या होगा? उससे महिलाओं की स्थिति में सुधार आ जाएगा क्या। शराबबंदी नहीं होने से महिलाओं का जो उत्पीडऩ हो रहा है, उससे बच जाएगा क्या। हम छत्तीसगढिय़ावाद की बात नहीं करते, हम भारतीयवाद की बात करते हैं। उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ राज्य की परिकल्पना को किसी ने साकार किया है तो वह स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने किया है। ये लोग तो इसके नाम पर राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं।
पार्टी के बैकफुट पर दिखने के एक सवाल पर नबीन ने कहा, पार्टी किसी मुद्दे पर पीछे नहीं हटी है। शराबबंदी की बात कहने वाले आज मैदान छोड़कर भाग रहे हैं। कांग्रेस के मुंह में राम और मन में रावण है। नितिन नबीन के मुताबिक भाजपा ने जो बात 2003 में कही थी, हम आज भी उसी संकल्प के साथ काम कर रहे हैं।
नितिन नबीन के इस बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, भाजपा को छत्तीसगढ़ से इतनी हिकारत क्यों है। छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तो राजधानी और सभी जिला मुख्यालयों पर डेढ़ दशक पहले लग जानी चाहिए थी। राज्य का निर्माण इसीलिए तो हुआ था कि हमारी जो सभ्यता, संस्कृति और छत्तीसगढिय़ापन है वह झलकना चाहिये। छत्तीसगढ़ में महिलाएं आज भाजपा शासन की तुलना में अधिक सुरक्षित हैं। महिलाओं के प्रति अपराध में 62 प्रश की कमी आई है। नितीन नबीन जी को इसका अध्ययन कर लेना चाहिए। छत्तीसगढ़ की संस्कृति,कला,तीज त्यौहार को कांग्रेस शासनकाल में ही बढ़ावा मिला है।