जींद: सावन के पहले सोमवार को शिवमय हुआ माहौल, मंदिरों में श्रद्धालुओं की लगी भीड़
जींद
सावन महीने के पहले सोमवार को जिले भर में माहौल शिवमय रहा। जिले भर के मंदिरों में को मंदिरों में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ी। लोगों ने बम बम भोले के जयकारों के साथ मंदिरों में जलाभिषेक किया। सोमवार होने के कारण कामकाजी लोगों विशेषकर महिलाओं ने सुबह-सुबह ही मदिरों में पहुंच कर पूजा की। जींद शहर के प्रमुख शिव मंदिरों मेें सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आई। श्रद्धालु दूध-पानी व अन्य सामग्री शिवलिंग पर चढ़ाते हुए देखे गए। जयंती देवी मंदिर के पुजारी नवीन शास्त्री ने बताया कि शिव पुराण में वर्णित श्रावण मास भगवान शिव का मास हैं। पूरे श्रावण मास में भगवान आशुतोष की नियमित रूप से सच्चे हृदय व मन से पूजा करते है उसके सारे कष्ट व पाप दूर हो जाते है। उन्होंने कहा कि जो श्रद्धालु पूरे श्रवण मास में सच्चे मन से जलाभिषेक, रुद्राभिषेक करता है उस पर भगवान आशुतोष की विशेष कृपा होती है। सावन महीने में दूध, दही, शहर, चीनी व घी से निर्मित पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक किया।
अब पहुंचने लगेंगे कांवड़िए
सावन महीना शुरू होते ही कांवड़िए भी शुरू हो जाते हैं। हालांकि जींद जिले व आसपास के क्षेत्रों से पैदल कांवड़ लाने वाले लोग इसी सप्ताह यात्रा शुरू करेंगे। वहीं डाक कांवाड़ लाने वाले लोग अगले सप्ताह से यात्रा शुरू करेंगे। इसके बाद शिवरात्री के दिन यह लोग हरिद्वार से लाया गया गंगाजल शिवलिंग पर चढ़ाएंगे।
मंदिरों में की गई विशेष व्यवस्था
पहले सोमवार के चलते मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई। रानी तालाब स्थित श्री हर कैलाश मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए बाहर ही लाइन बनवाई गई। इसके बाद एक द्वार से प्रवेश देकर दूसरे द्वार से श्रद्धालुओं को बाहर निकाला गया।