राजधानी में कोरोना वैक्सीन का टोटा,3.65 लाख लोगों को लगे बूस्टर डोज
भोपाल
राजधानी में अभी भी इक्का-दुक्का कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन ही एक मात्र सहारा है। ऐसे में पिछले एक सप्ताह से वैक्सीन की बताई जा रही है। सूत्रों की मानें तो राजधानी भोपाल में इस समय कोविशील्ड और काबोर्वेक्स वैक्सीन खत्म हो चुकी है। वहीं दूसरी ओर कोवैक्सीन के डोज कम मात्रा में बचे हुए हैं। यह भी एक दो दिन में खत्म हो जाएंगे। कुल मिलाकर लोगों को वैक्सीनेशन के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। बतादें कि भोपाल में कोरोना बचाव के लिए वैक्सीन के 49 लाख से ज्यादा डोज लगाए जा चुके हैं। जिसमें 23 लाख को पहली डोज और 21 लाख को दूसरी डोज लगी है। करीब 3 लाख 65 हजार ने प्रिकॉशन डोज लगवाई है।
लक्ष्य में पिछड़ा भोपाल
भोपाल में प्रिकॉशन डोज के करीब 19 लाख के लक्ष्य के सापेक्ष केवल 3.6 लाख लोगों का ही वैक्सीनेशन हुआ। अब कोरोना की मुफ्त बूस्टर डोज 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और फ्रंट लाइन वर्कर्स को ही उपलब्ध है। अन्य के लिए निजी अस्पतालों में बूस्टर डोज के लिए 400 रुपये देने होंगे।
भोपाल में वैक्सीन के 49 लाख से ज्यादा डोज लगे
वैक्सीन प्रभारी डॉ. कमलेश अहिरवार ने बताया कि भोपाल में 18 से 44 साल तक के 29 लाख से अधिक नागरिकों को और 45 से 60 वर्ष के 9 लाख 598 नागरिकों को वैक्सीन लगाई गई। वहीं 60 साल से अधिक उम्र के 5 लाख से ज्यादा को वैक्सीन लगाई गई है। इसके अलावा जिले में 15 से 17 वर्ष के किशोरों को कुल 2 लाख 75 हजार 366 वैक्सीन के डोज लगाए जा चुके हैं।