तहसीलदारों को पदोन्नति मिलने का रास्ता साफ ,अब होगा नायब तहसीलदारों का टोटा……
भोपाल
लम्बे समय से पदोन्नति न मिलने से डिप्रेशन और अवसाद के बीच काम कर रहे तहसीलदारों को अब कार्यवाहक पदोन्नति मिलने का रास्ता साफ हो गया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने इसके लिए तहसीलदारों की फिटलिस्ट पर चर्चा कर ली है और धीरे-धीरे इनकी नवीन पदस्थापना करने की तैयारी है। पहली लिस्ट एक सप्ताह में आने के संकेत मिले हैं। जीएडी ने कार्यवाहक के तौर पर जिम्मेदारी निभाने वाले इन अफसरों को प्रभारी डिप्टी कलेक्टर पदनाम देने का फैसला किया है। प्रदेश में तहसीलदार से पदोन्नति के जरिये भरे जाने वाले रिक्त पदों की संख्या 236 के करीब है। साढ़े छह साल से पदोन्नति नहीं होने के कारण डिप्टी कलेक्टर के रिक्त पदों की संख्या बढ़ती जा रही है क्योंकि पूर्व में पदोन्नत हुए अफसरों के रिटायर होने के बाद रिक्त हुए पदों पर नवीन पदस्थापना नहीं हो सकी है। उधर लम्बे समय से उच्च पद पर पदस्थापना की बाट जोह रहे तहसीलदारों को डिप्टी कलेक्टर का प्रभार देने के लिए जीएडी द्वारा बनाई गई समिति की बैठक 28 अक्टूबर को हो चुकी है। सूत्रों का कहना है कि राजस्व विभाग द्वारा भेजी गई 256 तहसीलदारों की सूची में से इस बैठक में करीब 220 तहसीलदारों को फिटलिस्ट में शामिल किया गया है। जीएडी ने बैठक के बाद अभी कार्यवाही की डिटेल तैयार नहीं की है। बताया जाता है कि एक दो दिन में इसे फाइनल करने के बाद अगले सप्ताह से फिटलिस्ट में शामिल तहसीलदारों को प्रभारी डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदस्थ करने का काम शुरू हो जाएगा।
नए तहसीलदार बनेंगे तो नायब के पद घटेंगे
उधर राजस्व विभाग ने भी तहसीलदारों के प्रभारी डिप्टी कलेक्टर बनने के बाद रिक्त होने वाले पदों पर नायब तहसीलदारों को पदोन्नत करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। जितने तहसीलदार प्रभारी डिप्टी कलेक्टर के लिए पात्र माने जाएंगे, उतने पदों पर नायब तहसीलदार प्रभारी तहसीलदार के रूप मे प्रमोट होंगे लेकिन विभाग के पास एक बड़ी दिक्कत यह है कि वर्तमान में करीब 750 नायब तहसीलदार हैं और इनमें से करीब दो सौ के तहसीलदार पद पर प्रमोट होने के बाद नायब तहसीलदारों का टोटा हो जाएगा। इसकी वजह पिछले चार साल से पीएससी द्वारा नायब तहसीलदारों की भर्ती नहीं कर पाना है।