डीएवीवी में 23 यूजी-इंटीग्रेटेड कोर्स में 540 सीटें खाली
इंदौर
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) से संचालित यूजी-इंटीग्रेटेड कोर्स की रिक्त सीटों के लिए दूसरे चरण की काउंसलिंग शुरू होना है। उसे पहले विश्वविद्यालय ने पाठ्यक्रमों की खाली सीटों की जानकारी वेबसाइट पर अपलोड कर दी है। यहां तक शुक्रवार को दूसरे चरण की प्रवेश प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए पंजीयन भी बंद हो गए है। करीब साढ़े तीन से चार हजार विद्यार्थियों ने आवेदन किया है। अब 7 नवंबर से अलग-अलग कोर्स में विद्यार्थियों को दाखिला दिया जाएगा। हालांकि सबसे ज्यादा सीटें सामान्य वर्ग की खाली है।
आइएमएस, आइआइपीएस, ईएमआरसी, ला, पत्रकारिता, एनर्जी, डाटा साइंस सहित अन्य विभागों से संचालित 23 कोर्स की 1260 सीटें है। पहले चरण की काउंसलिंग में 700 सीटें भरपाई है। बीकाम आनर्स, बीए इकानोमिक्स, एमटेक, एमसीए, एमबीए मीडिया मैनेजमेंट, बीसीए, बीफार्मा की एसटी-एससी और ओबीसी की 90 फीसद सीटों पर विद्यार्थियों को प्रवेश मिल चुका है। मगर सामान्य श्रेणी की दस फीस सीटें भरी गई है, जबकि आधा दर्जन कोर्स की 12 प्रतिशत सीटों पर एडमिशन हुए है।
अधिकारियों के मुताबिक पहले चरण की काउंसलिंग में 4 हजार रैंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बुलाया, लेकिन महज एक हजार छात्र-छात्राएं रिपोर्टिंग करने पहुंचे। कम सीटें भरने की वजह से विश्वविद्यालय ने दूसरे चरण की काउंसलिंग के लिए पंजीयन शुरू किए गए। 28 अक्टूबर से 4 नवंबर के बीच विद्यार्थियों ने आवेदन किए। दूसरे चरण में रजिस्ट्रेशन के लिए 18 हजार रैंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बुलाया। दूसरे चरण में 540 सीटों को लेकर छात्र-छात्राओं को 7 नवंबर से प्रवेश के लिए बुलाया है। 11 नवंबर तक दूसरा चरण खत्म होगा। सीयूईटी समन्वयक डा. कन्हैया आहूजा का कहना है कि विश्वविद्यालय ने दूसरे चरण की काउंसलिंग में रिक्त सीटें भरने का फैसला किया है।