पार्षदों ने बनाई 10-10 फाइलें फंड में अटका डवलपमेंट
भोपाल
शहर के भाजपा और कांग्रेस के पार्षद नगर निगम प्रशासन से खासे नाराज है। पार्षदों की यह नाराजगी कुछ ओर नहीं बल्कि वार्ड डवलपमेंट के अटके कामों को लेकर बताई जा रही है। पार्षदों ने वार्ड विकास की 10-10 फाइलें बना रखी है, लेकिन फंड के नहीं मिलने के कारण डवलपमेंट अटका हुआ है। वार्ड विकास से संबंधित सीवेज, नाली, सड़क की फाइलें सेंशन नहीं की जा रही हैं। इस बात को लेकर खासकर विपक्ष के पार्षद बेहद परेशान हैं। उन्होंने चुनाव के समय जनता से जो वादे किये थे। वह वे पूरे नहीं कर पा रहे हैं। पार्षदों का आरोप है कि संपत्तिकर की 25 प्रतिशत राशि भी अब तक नहीं दी गई हैं। लेटर भर जारी किया गया है, यह मामला भी अभी तक कागजों में अटका हुआ है। पार्षद कोटा की राशि इस वित्तीय वर्ष में दी नहीं जा रही है। संपत्तिकर की राशि का मामला भी हवाहवाई है।
खुलकर नहीं बोल पा रहे भाजपा पार्षद
वार्ड विकास की फाइलों को लेकर सभी 19 जोनों के 85 पार्षद परेशान हैं। यह बात और है कि भाजपा के पार्षद इस बात को लेकर खुलकर कुछ नहीं बोल पा रहे हैं, लेकिन विपक्ष के पार्षद इस मामले को लेकर निगम परिषद की बैठक में भी उठा चुके हैं। विपक्ष का आरोप हैं कि महापौर ध्यान नहीं दे रही है।
नहीं पता कब जारी होगी पार्षद निधि
शहर में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। सड़कें खराब हैं, पाइप लाइन जगह-जगह से टूटी हुई है। कई जगह नालियों का निर्माण होना है। बारिश के दौरान जगह-जगह जलभराव होता है। सड़कों पर अंधेरा पसरा हुआ है। इन तमाम समस्या से जनता त्रस्त हैं।
जोन में पुटअप करें फाइल
इस मामले में महापौर राय का कहना है कि कुछ पार्षदों को पता ही नहीं है कि फाइल कैसे सेंशन होगी। फाइल बनाने के बाद उसे जोन कार्यालय में पुटअप करवाएं। नियम के मुताबिक संपत्तिकर से जारी की गई राशि के आधार पर उस फाइल को सेंशन किया जाएगा। चूंकि आधा साल खत्म हो गया है। इसलिए किसी भी पार्षद को 20 लाख से अधिक राशि संपत्तिकर की नहीं दी जाएगी।