भोपाल में अब तक डेंगू के मिले 450 से अधिक मरीज,कोलार बना हॉटस्पॉट
भोपाल
उपनगर कोलार में स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं। कचरा नहीं उठने पर ढेर लगते जा रहे हैं। इसके अलावा लोग खाली प्लाटों में भी कचरा डाल रहे हैं। मंदाकिनी कॉलोनी, जेके अस्पताल, अमरनाथ कॉलोनी मेन रोड, बंजारी दशहरा मैदान सहित अन्य स्थानों पर प्लाटो में गंदगी व कचरे के ढेर लगे हैं, इससे मच्छर पनप रहे हैं और बीमारियां फैल रही हैं। इस समय कोलार क्षेत्र में डेंगू और मलेरिया के मरीजों की संख्या में खासा इजाफा हो रहा है। लोगों का कहना है कि जब से नगर निगम चुनाव हुए हैं, तभी से सारी व्यवस्थाएं चौपट हो गई हैं।
राजधानी भोपाल में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक इसके रोकथाम के प्रयास तक शुरू नहीं किए हैं। आलम यह है कि रोजाना 8 से 10 मरीज सामने आ रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में डेंगू का इलाज कराना मुश्किल भरा है, इसलिए अधिकांश लोग प्रायवेट अस्पताल में महंगा इलाज कराने के लिए मजबूर हैं। शहर में अभी तक डेंगू के मरीजों की संख्या 450 करीब तक पहुंच गई है। वहीं, दूसरी ओर चिकित्सकों का कहना है कि किसी व्यक्ति को अगर एक बार डेंगू हो चुका है और उसे दोबारा डेंगू हो जाए तो वह घातक हो सकता है। डेंगू के चार वायरस होते हैं। दोबारा होने पर ब्रेन हेमरेज होने की संभावना बढ़ जाती है।
क्या होता है डेंगू
डेंगू मच्छरों के काटने से फैलने वाली बीमारी है. यह बुखार डेंगू वायरस के कारण होता है. यह बीमारी बरसात के मौसम में होती है. डेंगू के बुखार में प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं. इस बीमारी में सिर दर्द मसल्स, हड्डियों और जोड़ों में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी लगना, आंखों के पीछे दर्द, ग्रंथियों में सूजन और त्वचा पर लाल चकत्ते होना.