November 28, 2024

बनारस से शुरू होगा रिवर क्रूज का 50 दिन में 4,000 किलोमीटर का लंबा सफर

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बनारस
जलमार्ग पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वाराणसी से असम के डिब्रूगढ़ (Varanasi-Dibrugarh cruise) जिले के बोगीबील तक क्रूज सेवा की शुरुआत अगले साल जनवरी से होगी. यह दुनिया का सबसे लंबा लग्‍जरी रिवर क्रूज होगा जो 50 दिनों में 4,000 किलोमीटर का सफर तय करेगा. क्रूज 10 जनवरी को वाराणसी से रवाना होगा और कोलकाता व बांग्‍लादेश के ढाका होते हुए 1 मार्च को असम के डिब्रूगढ़ जिले के बोगीबील पहुंचेगा. पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर चलने वाले इस क्रूज के टिकट के दाम भी ऑपरेटर ही तय करेंगे.

लाइवमिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) ने एक साक्षात्कार में कहा है कि गंगा विलास क्रूज (Ganga Vilas cruise) अपनी 50 दिनों की सबसे लंबी नदी यात्रा में वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक 27 नदी प्रणालियों को कवर करेगा. यह विश्व धरोहर स्थलों सहित 50 से अधिक पर्यटक स्थलों पर जाएगा. दुनिया में किसी रिवर क्रूज द्वारा की जानी वाली यह सबसे बड़ी नदी यात्रा होगी. सोनोवाल ने कहा कि गंगा विलास क्रूज भारत और बांग्लादेश, दोनों को दुनिया के नदी क्रूज मानचित्र पर अहम स्‍थान दिलाएगा.

सरकार की प्राथमिता में है क्रूज सर्विस
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि क्रूज सेवाओं सहित रिवर शिपिंग को बढ़ावा देना सरकार की प्राथमिकता में शामिल है. उन्‍होंने कहा कि रिवर शिपिंग के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं और सरकार इसका पूरा दोहन करने के‍ लिए काम कर रही है. नदियों पर यात्री यातायात को बढ़ावा देने के अलावा अक्रूज सेवाएं पर्यटन के लिए भी फायदेमंद साबित होंगी.

PPP मॉडल पर चलाया जाएगा क्रूज
वाराणसी-डिब्रूगढ़ क्रूज (The Varanasi-Dibrugarh cruise) को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर चलाया जाएगा. इसके लिए भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) और अंतरा लक्ज़री रिवर क्रूज़ व जेएम बक्सी रिवर क्रूज़ ने मेमोंरेंडम ऑफ अंडरस्‍टैंडिंग पर हस्‍ताक्षर किए हैं. क्रूज की टिकट की कीमत इसे चलाने वाली कंपनी ही निर्धारित करेगी और केंद्र सरकार इस मामले में कोई दखल नहीं देगी. सोनोवाल ने कहा कि सभी तरह के पर्यटकों को देखते हुए क्रूज पर सुविधाएं उपलब्‍ध कराई जाएंगी. यात्री एक स्‍थान से दूसरे स्‍थान तक और पूरे सफर की यात्रा भी इस पर कर पाएंगे. सोनोवाल ने कहा कि भारतीय वेसल अधिनियम में संशोधन करके क्रूज लाइनों को राष्‍ट्रीय परमिट दिया जाएगा. ताकि एक राज्‍य से दूसरे राज्‍य में निर्बाध रूप से सफर कर सके.

यह होगा रूट
गंगा विलास क्रूज वाराणसी से अपनी यात्रा शुरू करेगा और बक्सर, रामनगर, गाजीपुर से गुजरते हुए 8वें दिन पटना पहुंचेगा. पटना से यह 20वें दिन कोलकाता पहुंचेगा. अगले दिन यह बांग्लादेश की सीमा में प्रवेश करेगा. 15 दिन यह बांग्‍लादेश की जलसीमा में रहेगा. वहां से यह कोलकाता आएगा और कोलकाता से बोगीबील (डिब्रूगढ़) पहुंचेगा.

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