September 30, 2024

‘हे भगवान, प्लीज कभी नहीं…’, सोनिया गांधी से मिलने की बात पर राजीव गांधी हत्याकांड की दोषी नलिनी ने क्या कहा

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 नई दिल्ली  
राजीव गांधी हत्याकांड के दोषियों में से एक नलिनी श्रीहरन को शनिवार शाम तमिलनाडु की एक जेल से रिहा कर दिया गया। तीन दशक से अधिक समय के बाद नलिनी जेल से बाहर निकली। वेल्लोर में महिलाओं के लिए बने विशेष जेल से रिहा होने के बाद नलिनी ने राजावी गांधी की पत्नी और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने की बात पर प्रतिक्रिया दी है। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे छह दोषियों को रिहा करने का आदेश दिया था।
 
'हे भगवान, प्लीज कभी नहीं…'
रिपोर्ट के मुताबिक जब नलिनी से पूछा गया कि क्या वह दिवंगत राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी से मिलेंगी? तो नलिनी ने जवाब दिया, ''हे भगवान, प्लीज कभी नहीं।'' बता दें कि सोनिया गांधी ने नलिनी को क्षमा कर दिया था। साल 2000 में सोनिया गांधी ने नलिनी के लिए क्षमादान याचिका भी दायर की थी, जिसके कारण उनकी सजा में कमी आई थी।
 
'32 साल बाद भी रिहाई में मैं खुश नहीं…'
जेल से रिहा होने के तुरंत बाद, नलिनी वेल्लोर केंद्रीय जेल गई, जहां से उसके पति श्रीहरन उर्फ मुरुगन को रिहा कर दिया गया है। नलिनी ने कहा, ''32 साल बाद, अब भी मैं रिहाई से खुश नहीं हूं। मेरे पति को 20 साल की उम्र में जेल भेज दिया गया था और 32 साल बाद, उन्होंने अभी बाहर कदम रखा है।" बता दें कि मुरुगन, एक श्रीलंकाई नागरिक है। मुरुगन समेत मामले के अन्य दोषी जो, श्रीलंकाई हैं, उन्हें तिरुचिरापल्ली में एक विशेष शरणार्थी शिविर में ले जाया गया है।
 
'मुझे दुख है कि पति को स्पेशल कैंप ले जाया गया…'
इस पर नलिनी ने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि उनके पति को स्पेशल कैंप में ले जाया गया है। नलिनी ने कहा, "मैं प्रार्थना करती हूं कि वह यूके में मेरी बेटी के साथ मिले।'' नलिनी ने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता और वर्तमान सीएम एमके स्टालिन को जेल में उनकी कठिन परीक्षा के दौरान मदद करने के लिए धन्यवाद दिया।
 
'मैं मैडम जयललिता की शुक्रगुजार हूं…'
नलिनी ने कहा, "मैं मैडम जयललिता की शुक्रगुजार हूं। उन्होंने इसे सबसे पहले शुरू किया और मैं एडप्पादी के पलानीस्वामी का भी शुक्रगुजार हूं। मैं DMK और स्टालिन का भी शुक्रगुजार हूं। उन्होंने पैरोल में हमारी मदद की और इसीलिए हम इस मामले को आगे बढ़ा सके।" अपनी रिहाई का विरोध कर रहे लोगों पर नलिनी ने कहा, "अलग-अलग लोगों के अलग-अलग स्टैंड होते हैं। मैं यह नहीं कह सकती कि वे जो कहते हैं वह गलत है।"

 

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