चीन से विवाद पर बोले सेना प्रमुख- ‘लद्दाख में हालात स्थिर लेकिन अनिश्चित’
नई दिल्ली
पिछले तीन सालों से लद्दाख से लगती चीन सीमा पर तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। 16 राउंड की बैठक के बाद हालात में थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन ड्रैगन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। अब इस मुद्दे पर भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि पूर्वी लद्दाख में स्थिति अभी स्थिर, लेकिन अनिश्चित है।
दिल्ली में एक कार्यक्रम में शामिल हुए सेना प्रमुख ने कहा कि हम 17वें दौर की वार्ता को तैयार हैं। इसके लिए तारीख निर्धारित की जा रही। जहां तक चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की तैनाती का सवाल है, तो उसमें कोई महत्वपूर्ण कमी नहीं आई है। उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि चीनी क्या कहते हैं और वे जो करते हैं वो बिल्कुल अलग है। ये भी उनके स्वभाव और चरित्र का हिस्सा है। हमें उनके ग्रंथों या लिपियों या उनकी अभिव्यक्ति के बजाय उनके कार्यों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
वहीं एक सवाल के जवाब में सेना प्रमुख ने कहा कि आप दोनों पक्षों के बीच चल रही राजनीतिक, राजनयिक और सैन्य स्तर की बातचीत के बारे में जानते हैं। इन वार्ताओं के कारण, हम सात गतिरोध बिंदुओं में से पांच में समाधान ढूंढ पाए हैं। बाकी के दो विवादित प्वाइंट के जल्द समाधान की कोशिश की जा रही है। वहीं एलएसी के पास बुनियादी ढांचे के विकास पर जनरल पांडे ने कहा कि ये बेरोकटोक चल रहा है। हमारे पास सड़क और हेलीपैड के मामले में बुनियादी ढांचा है। इससे बलों को उनकी क्षमता में सुधार करने और उन्हें एक सेक्टर से दूसरे सेक्टर में ले जाने में मदद मिलती है। इसके अलावा ठंड को देखते हुए तैनाती में बदलाव हो रहा, लेकिन हमने ये भी सुनिश्चित किया है कि हमारे पास किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त बल हैं।
जनरल पांडे ने ये भी कहा कि भारतीय सेना को आधुनिक बनाने की कोशिश की जा रही है, ताकी वो भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सके। ये परिवर्तनकारी पहल विभिन्न क्षेत्रों में फैली हुई हैं और बड़े पैमाने पर सेना की दक्षता बढ़ाने, प्रभावशीलता बढ़ाने और प्रभुत्व हासिल करने के उद्देश्य से की गई है।