इंदौर की घटना से चिंता में कांग्रेस, नाथ की टीम सक्रिय
इंदौर
कमलनाथ के सबसे विश्वसीय नेताओं के शहर में राहुल गांधी की यात्रा के दौरान अप्रिय स्थिति न बन जाए, इसकी चिंता पूरी कांग्रेस को सताने लगी है। दरअसल गुरुनानक जयंती पर खालसा कॉलेज में हुए एक घटनाक्रम के बाद कांग्रेस को यह अंदेशा है कि राहुल गांधी की यात्रा के दौरान भी इस तरह का कोई घटनाक्रम वहां पर नहीं हो जाए। इसके चलते नाथ ने अपनी टीम को अभी से इंदौर में सक्रिय कर दिया है।
सूत्रों की मानी जाए तो राहुल गांधी की यात्रा को लेकर जो प्रोग्राम सामने आया है, उसके अनुसार उनकी यात्रा राज मोहल्ला स्थित खालसा स्टेडियम में रात्रि विश्राम के लिए रुक सकती है। यात्रा के रुकने के दौरान राहुल गांधी के सामने प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के लिए कोई अप्रिय स्थिति न बन जाए, इस आशंका के चलते अब कांग्रेस आनन-फानन में रात्रि विश्राम के लिए दूसरी जगह भी तलाश के रख रही है। जिसके लिए नाथ ने अपनी टीम को सक्रिय किया है।
यह हुआ था गुरुनानक जयंती पर
गुरुनानक जयंती पर पीसीसी चीफ कमलनाथ खालसा कॉलेज में आयोजित हुए सिख समाज के कार्यक्रम में पहुंचे थे। उनके यहां से जाने के बाद कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी ने बिना किसी का नाम लिए यह कहा था कि शर्म करो सिख दंगों में हमारे घर बर्बाद करने वालों के गुणगान कर रहो, ये सब बंद करो। उन्होंने इसके साथ ही इंदौर नहीं आने की भी कसम खाई थी।
कमलनाथ के करीबी इंदौर के नेता
कमलनाथ की टीम में सबसे ज्यादा असरदार नेता इंदौर के ही हैं। इनमें चंद्र प्रभाष शेखर प्रदेश कांग्रेस के संगठन उपाध्यक्ष, केके मिश्रा मीडिया विभाग के अध्यक्ष, नरेंद्र सलूजा पीसीसी चीफ के मीडिया समन्वयक इंदौर शहर से हैं। तीनों की कमलनाथ के करीबी और कांग्रेस में प्रभावी माने जाते हैं। नरेंद्र सलूजा सिख समाज से ही आते हैं। वहीं इंदौर में कांग्रेस के जीतू पटवारी, संजय शुक्ला और विशाल पटेल यहां से विधायक हैं।