फ्रीलांस काम करने से आया Idea, हज़ारों लोगों को रोज़गार दे रहा 23 साल का युवक
पटना
आज के ज़माने में बरोज़गारी चरम पर है, हर युवा की बस यही चाहत है कि रोज़गार मिले। वहीं छात्रों की ख्वाहिश होती है कि अच्छे से पढ़ाई करें और हैंडसम सैलरी पर जॉब करें। इन दो तरह के युवाओं के बीच में कुछ ऐसे भी होनहार लाल होते हैं जो भीड़ से अलग हटकर अपनी एक अलग पहचान तो बनाते ही हैं। इसके साथ बेरोज़गारी के इस दौर में युवाओं को मनपंसद रोज़गार भी देते हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको बिहार के लाल अंकित देव अर्पण की कहानी से रूबरू करवाने जा रहे हैं। जिन्होंने ना सिर्फ रिस्क लिया बल्कि अब हज़ारों लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं।
अंकित देव अर्पण बने युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत
बिहार के चंपारण ज़िले के रहने वाले 23 वर्षीय अंकित देव अर्पण अब युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन चुके हैं। अंकित का जन्म 13 सितंबर 1999 को हुआ था। बेटे के बचपन के बाद से ही उसकी अच्छी शिक्षा के लिए पिता संजीव दुबे और माता विमल देवी ने व्यवस्था बनानी शुरू कर दी थी। अंकित की कक्षा पांच तक की पढ़ाई लोकल स्कूलों में हुई। इसके बाद अंकित का सेलेक्शन जवाहर नवोदय विद्यालय में हुआ। अंकित ने वहां से 10वीं जवाहर नवोदय विद्यालय ( वृंदावन) से पढ़ाई की । इसके बाद वह जवाहर नवोदय विद्यालय ( समस्तीपुर) पहुंचे और वहां से 12वीं की पढ़ाई पूरी की।