बच्चों के भविष्य संवारने का काम देश में प्रधानमंत्री, प्रदेश में मुख्यमंत्री और रतलाम में चेतन्य काश्यप कर रहे हैं : मंत्री भूपेंद्र सिंह
- चेतन्य काश्यप फाउंडेशन के प्रतिभा सम्मान समारोह में दो हजार से अधिक बच्चों का किया गया सम्मान
भोपाल
चेतन्य काश्यप फाउंडेशन द्वारा रविवार को बरबड़ स्थित विधायक सभागृह रतलाम में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने रिस्ट वाच एवं प्रतीक चिन्ह से बच्चों को सम्मानित किया। मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि दुनिया में सबसे तेज गति से कोई चीज चलती है, तो वह समय है। समय की महत्ता को सब समझें और खूब पढ़ें। चेतन्य काश्यप फाउंडेशन ने समय का महत्व बताने के लिए ही प्रतिभाओं को उपहार स्वरूप घड़ी दी है। यह प्रतिभाएँ देश का भविष्य हैं। इनके भविष्य को संवारने का काम कोई कर रहा है, तो वह देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और रतलाम में चेतन्य काश्यप।
मंत्री सिंह ने कहा कि चेतन्य काश्यप ने सेवा प्रकल्प के माध्यम से खेल, शिक्षा और कुपोषण सहित आवास के कई काम किए हैं।
फाउंडेशन अध्यक्ष और विधायक चेतन्य काश्यप ने कहा कि प्रतिभा सम्मान शब्द नगर की भूमिका बताता है। बच्चों के उत्साह वर्धन के लिए 2014 से यह आयोजन शुरू किया। पहले वर्ष 1700 बच्चे सम्मानित हुए थे, लेकिन इस वर्ष यह संख्या 2100 हो गई है। प्रतिवर्ष संख्या बढ़ना बताता है कि हमारे नगर में शिक्षा के प्रति जागरूकता आई है।
सांसद गुमान सिंह डामोर ने इस मौके पर कहा कि चेतन्य काश्यप की दृष्टि अद्भूत है। इन्ही के प्रयासों से मेडिकल कॉलेज जल्द बना और कोरोना में उसने अपनी उपयोगिता सिद्ध की। कोविड में फाउंडेशन के माध्यम से ऑक्सीजन प्लांट की सौगात दी। सेवा के यह कार्य सिर्फ रतलाम ही नहीं बल्कि जिले सहित अन्य जिलों में भी किए गए है। ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना ने कहा कि चेतन्य काश्यप रतलाम को हमेशा नंबर एक बनाने का प्रयास करते हैं।
महापौर प्रहलाद पटेल ने बच्चों से कहा कि आप रतलाम की प्रतिभा और रतलाम का भविष्य हैं। विधायक काश्यप रतलाम की प्रतिभाओं को प्रोत्साहन दे रहे हैं। इनके द्वारा कई सालों पूर्व अंहिसा ग्राम की स्थापना की गई थी। ऐसे गरीब लोग जिनके पास रहने की कोई व्यवस्था नहीं है, उनके लिए आवास की व्यवस्था की और वहीं पर रोजगार देने की योजना भी बनाई है। कार्यक्रम को निगम अध्यक्ष श्रीमती मनीषा शर्मा, पूर्व महापौर शैलेंद्र डागा ने भी संबोधित किया।
सम्मान समारोह में दसवीं एवं बारहवीं बोर्ड परीक्षा में 75 प्रतिशत और उससे अधिक अंक लाने वाले दो हजार से अधिक मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के दौरान 93 प्रतिशत से अधिक अंक वाले 82 बच्चे मंचासीन रहे।