छः माह बीत जाने के बाद भी सी एम हेल्पलाइन में नहीं हुआ निराकरण
जनपद डिंडोरी अंतर्गत ग्राम पंचायत सरहरी का मामला
डिंडोरी
जिला मुख्यालय से महज 5 की मी दूर जनपद डिंडोरी अंतर्गत ग्राम पंचायत सरहरी में मलींद्र सिंह रोजगार सहायक के पद पर पदस्थ है जो लाख जांच के बाद दोषी पाए जाने के बावजूद भी जिम्मेदार अधिकारियों के बदौलत अपनी कुर्सी पर काबिज है शिकायतकर्ता सहित जिला कलेक्टर के आदेश में दर्ज शिकायत सी एम हेल्पलाइन16349794एवं 16620727को छः माह बीत जाने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा रोजगार सहायक के ऊपर कार्यवाही नहीं की जा रही है जिससे रोजगार सहायक के हौसले और भी बुलंद है जो अपने पदीय दायित्व का दुरुपयोग करते हुए ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचारी को बढ़ावा दे रहा है।
जनसुनवाई अंतर्गत- जनपद स्तर से ग्यारह सदस्यीय जांच दल, जिला कलेक्टर के आदेश में डिप्टी कलेक्टर, जिला पंचायत के आदेश में जिला पंचायत एवं आर ई एस तथा पुनः जनसुनवाई अंतर्गत रोजगार सहायक के विरुद्ध जिला कलेक्टर के आदेश में दर्ज शिकायत सी एम हेल्पलाइन 16620727की जांच मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत डिंडोरी और मनरेगा परियोजना अधिकारी जिला पंचायत डिंडोरी द्वारा जांच किया गया जिसमें रोजगार सहायक शत प्रतिशत दोषी पाया गया फिर भी रोजगार सहायक को बचाने के प्रयास में अब भी जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा उसके विरूद्ध कोई दंडात्मक कार्यवाही नहीं की जा रही है बता दें कि दोषी रोजगार सहायक को बचाने के लिए जनपद स्तर जांच में उसका तबादल किसी अन्य ग्राम पंचायत में कर दिया गया था जो कि वही रास्ता आज भी अपनाया जा रहा है जिससे मालूम पड़ता है कि रोजगार सहायक सहित इस मामले में जनपद स्तरीय अन्य अधिकारी भी कहीं न कहीं फंसे हुए हैं।
अब सवाल यह है कि शासन प्रशासन की इस तरह लापरवाही से अन्य विभागीय कर्मचारियों द्वारा धड़ल्ले के साथ भ्रष्टाचारी करते हुए शासन प्रशासन को चूना लगाते हुए जनकल्याणकारी योजनाओं की धज्जियां उड़ाई जा रही है जिसे शासन प्रशासन भी मूक दर्शक बने हुए इन भ्रष्टाचार अधिकारी कर्मचारियों का साथ दे रहा है।
मध्यप्रदेश शासन द्वारा जारी सी एम हेल्पलाइन जन हेतु, जन सेतु भी विभागीय अधिकारी कर्मचारियों के लापरवाही के बदौलत आज बोना साबित हो रहा है जो कि आने वाले समय में यह घोर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए काफी है।