लखनऊ के रास्ते बनारस तक दौड़ेगी हाईस्पीड ट्रेन, ड्रोन से होगी ट्रैक की निगरानी
वाराणसी
दिल्ली से वाराणसी वाया लखनऊ के बीच हाईस्पीड ट्रेन दौड़ाने की तैयारी तेज हो गई है। नेशनल हाईस्पीड रेल कारपोरेशन लिमिटेड ने डीपीआर रेलवे बोर्ड को भेज दिया है। इसके पहले लखनऊ से ट्रेन गुजरने के लिए तीन जगहों पर रेल रूट का सर्वे भी हो चुका है। लखनऊ जंक्शन रेलवे स्टेशन से बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी है। अयोध्या को भी जोड़ने की तैयारी पर मंथन चल रहा है। अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) में गुरुवार से तीन दिवसीय इनो रेल प्रदर्शनी की शुरुआत की गई। प्रदर्शनी में 125 से अधिक रेल से सम्बंधित उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनी में 15 विदेशी और शेष मेक इन इंडिया से जुड़ी कंपनियां शामिल हुई। नेशनल हाईस्पीड रेल कारपोरेशन के मैनेजर (पीआर) निशंक भानु ने बताया कि अहमदाबाद-मुम्बई हाईस्पीड ट्रेन के लिए 101 किमी सेक्शन बनकर तैयार हो गया है। 2026 तक ट्रायल करने का लक्ष्य है।
उदघाटन सत्र में आरडीएसओ के महानिदेशक संजीव भूटानी ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस के दूसरे वर्जन को भी आरडीएसओ ने डिजाइन किया है। इनोरेल की अध्यक्षता कर रहे मंगल देव ने बताया कि भारतीय रेलवे देश में सबसे बड़ा और दुनिया में चौथा सबसे बड़ा नियोक्ता है। सीआईआई उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष विनम्र अग्रवाल, स्विट्जरलैंड से आए हिताची एनर्जी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और हेड इंडस्ट्री नेटवर्क लीड-ट्रांसपोर्ट थिएरी लैसस ने भी राय रखी।
ड्रोन से ट्रैक की निगरानी
हाईस्पीड रेलवे ट्रैक की निगरानी को लेकर इनो रेल प्रदर्शनी में ओमनीप्रेजेंट रोबोट टेकभनोलॉजी के स्टॉल पर ऐसे-ऐसे ड्रोन हैं, जो रेलवे ट्रैक की निगरानी से लेकर नए ट्रैक को बिछाने व अन्य निर्माण कार्यों की मैपिंग व सर्वे का काम भी आसानी से कर सकते है।
सात वंदेभारत तैयार
वंदे भारत एक्सप्रेस का रैक अभी तक इंटीग्रल कोच फैक्टरी द्वारा बनाया जाता था। अब इसका रैक मेधा सर्वो प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाएगी। कंपनी की ओर से इनो रेल में स्टॉल भी लगाया गया है। मैनेजर मार्केटिंग जेपी शर्मा ने बताया कि पहले चरण में 44 ट्रेन सेट बनाकर देने हैं, जिसमें सात बन चुके हैं। इसके बाद अगले चरण में 37 रैक और बनाकर देंगे।