NIA के महानिदेशक ने ‘आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस पॉलिसी’ को लेकर पीएम मोदी की सराहना की
नई दिल्ली
आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा 'No Money for Terror' कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्घाटन शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने किया। इस दौरान एनआईए के महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने पिछले आठ सालों के दौरान देश में आतंकवादी गतिविधियों में उल्लेखनीय कमी लाने के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व की सराहना की। एनआईए के महानिदेशक ने आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की केंद्र की नीति की भी सराहना की और कहा कि इससे देश के सुरक्षा परिदृश्य में उल्लेखनीय बदलाव आया है।
कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए दिनकर गुप्ता ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत करना मेरे लिए सम्मान की बात है। आतंकवाद के प्रति आपकी जीरो सहिष्णुता नीति, पूरे सरकार के दृष्टिकोण के साथ-साथ मजबूत और आपके द्वारा प्रदान किए गए दृढ़ नेतृत्व ने देश के सुरक्षा परिदृश्य में उल्लेखनीय बदलाव लाया है। उन्होंने कहा कि पिछले आठ सालों में पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत में आतंकवादी गतिविधियों में उल्लेखनीय कमी आई है। इस अवधि के दौरान भारत में आतंकवाद के समग्र आर्थिक प्रभाव में भी बड़ी कमी आई है।
कार्यक्रम में आवश्यक कदमों पर होगा विचार-विमर्श
वहीं, इस कार्यक्रम को लेकर PMO ने कहा कि सम्मेलन में भाग लेने वाले देशों और संगठनों को आतंकवाद के वित्तपोषण पर मौजूदा अंतरराष्ट्रीय शासन की प्रभावशीलता के साथ-साथ उभरती चुनौतियों का समाधान करने के लिए आवश्यक कदमों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान किया जाएगा।
दुनियभर के लगभग 450 प्रतिनिधि हो रहे शामिल
पीएमओ ने कहा कि इसमें दुनियाभर के लगभग 450 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। इनमें मंत्री, बहुपक्षीय संगठनों के प्रमुख और वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख शामिल हैं।
कार्यक्रम का समापन करेंग अमित शाह
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने आज सम्मेलन का उद्घाटन किया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इस कार्यक्रम का समापन करेंगे। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के दृढ़ संकल्प और इसके खिलाफ सफलता हासिल करने के लिए इसकी समर्थन प्रणाली से अवगत कराएंगे।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान इस कार्यक्रम में नहीं ले रहे हिस्सा
गौरतलब है कि गुरुवार को भारत ने कहा कि इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने को लेकर चीन से पुष्टि अभी भी प्रतीक्षित है, जबकि पाकिस्तान और अफगानिस्तान इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन में भाग नहीं ले रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी में 18 नवंबर और 19 नवंबर को आयोजित होने वाले दो दिवसीय सम्मेलन में कुल 78 देशों और 20 देशों के मंत्रियों सहित बहुपक्षीय संगठनो के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं।