‘झूठ फैलाने की कोशिश…’, संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठाने के लिए भारत ने पाकिस्तान को लगाई फटकार
संयुक्त राष्ट्र
भारत ने संयुक्त राष्ट्र की बहस के दौरान कश्मीर के मुद्दे को उठाने के लिए पाकिस्तान को फटकार लगाई है। संयुक्त राष्ट्र में भारत ने कहा है कि कश्मीर का मुद्दा बार-बार पाकिस्तान द्वारा उठाना, उनकी एक झूठ फैलाने की हताश कोशिश है। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के दौरान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान जवाब देते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन अधिकारी प्रतीक माथुर ने कहा,''जैसा कि आज हम यूएनएससी सुधारों पर चर्चा करने के लिए मिल रहे हैं, पाकिस्तान के एक प्रतिनिधि ने फिर से जम्मू और कश्मीर का मुद्दा उठाया है, जो एक अनुचित संदर्भ है। जम्मू और कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और हमेशा रहेगा। भले ही इस सच को पाकिस्तान ना मानता हो और उनके प्रतिनिधि कुछ भी सोचते हो।''
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि राजदूत रुचिरा कंबोज ने अक्टूबर में भी पाकिस्तान की आलोचना की थी। भारत ने यूक्रेन विवाद पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के एक आपातकालीन विशेष सत्र के दौरान कश्मीर का मुद्दा उठाने के लिए पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा था कि इस्लामाबाद के ऐसे बयान अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सामूहिक अवमानना है। ये बार-बार सहानुभूति के लिए झूठ बोलते हैं। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि राजदूत रुचिरा कंबोज ने कहा था, "इससे पहले कि मैं अपनी बात रखूं, हमने एक बार फिर से एक प्रतिनिधिमंडल (पाकिस्तान) द्वारा इस मंच का दुरुपयोग करने और मेरे देश के खिलाफ तुच्छ और निरर्थक टिप्पणी करने का प्रयास देखा है। इस तरह के बयान हमारी सामूहिक अवमानना और उस मानसिकता के लिए सहानुभूति के पात्र हैं जो बार-बार झूठ बोलती है।''
अभी हाल ही में केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि भारतीय नागरिक पाकिस्तान के साथ अच्छे पड़ोसी संबंध चाहते हैं, लेकिन अच्छे पड़ोसी आतंकवाद में शामिल नहीं होते हैं। एस जयशंकर ने कहा था, "भारत के लोग पाकिस्तान के साथ अच्छे पड़ोसी संबंध चाहते हैं, जैसा कि भारत सरकार करती है, हालांकि, अच्छे पड़ोसी आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम नहीं देते या उनकी अनदेखी नहीं करते हैं।" अक्टूबर में भी नई दिल्ली में संयुक्त राष्ट्र की आतंकवाद-रोधी समिति को संबोधित करते हुए, जयशंकर ने पाकिस्तान पर निशाना साधा था