मेट्रो रूट में आने वाली 170 आरा मशीने होंगी शिफ्ट, 65 हेक्टेयर जमीन भी आवंटित
भोपाल
राजधानी में मेट्रो प्रोजेक्ट का काम तेजी से चल रहा है। मेट्रो रूट में बाधा बन रही 170 आरा मशीनों को अगरिया छापर में शिफ्ट किया जाना है। इसके लिए जिला प्रशासन ने दो रकबों में 65 हेक्टेयर जमीन जिला उद्योग केंद्र को आवंटित कर चुका है। अब इनकी शिफ्टिंग को लेकर जिला उद्योग केंद्र तैयारी में जुट गया है। यहां पर होने वाले निर्माण कार्यों को लेकर अंतिम रूप दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि प्लान में वो सभी सुविधाएं शामिल की गई हैं, जो औद्योगिक क्षेत्र में जरूरी होती है। विभागीय सूत्रों के अनुसार शिलान्यास होते ही यहां पर निर्माण कार्य शुरू करने के पहले इन्हें यहां से शिफ्ट किया जाएगा।
सुभाष नगर से आगे मेट्रो के जंक्शन पुल बोगदा और उसके आगे का रूट आरा मशीनों के कारण लंबे समय से अटका हुआ है। पहले चांदपुर में आरा मशीनों को शिफ्ट करने की योजना तैयार की गई थी। यहां पर जिला उद्योग केन्द्र के द्वारा किसी तरह का निर्माण नहीं करने के कारण अवैध अतिक्रमण हो गए साथ ही कुछ प्रकरण न्यायालय में भी विचाराधीन है। इसके बाद उद्योग केन्द्र के अफसरों ने अन्य स्थानों पर जमीन की मांग की थी। इसके बाद प्रशासन ने जिला उद्योग केन्द्र को अगरिया छापर में भूमि आवंटित की है। भारत टॉकीज तक अलॉयमेंट सर्वे फरवरी में ही कर लिया गया था।
एक दशक से चल रही शिफ्टिंग की कवायद
शहर में आरा मशीन बाजार 1950 से भी पहले का है, पिछले दस वर्षों से मशीनों को शिफ्ट करने के प्रयास हो रहे हैं। बोगदापुल से लेकर भारत टॉकीज तक आरा मशीनें लगी हैं। यहां बोगदा पुल जंक्शन से ही मेट्रो का रूट अंडर ग्राउंड हो जाएगा। इस एरिया में बरखेड़ी, क्रॉसिंग, भारत टॉकीज, अल्पना तिराहा , नादरा से आगे सिंधी कॉलोनी तक मेट्रो का रूट अंडर ग्राउंड है।
चार स्टेशनों के लिए जमीनों का होना है अधिग्रहण
सुभाष नगर से आगे मेट्रो के काम में तेजी लाने के लिए शहर सर्कल में दो और गोविंदपुरा एसडीएम सर्कल में आ रहे दो मेट्रो स्टेशनों के लिए जमीनों का अधिग्रहण होना है। इसके लिए भी मेट्रो कॉपोर्रेशन के अधिकारी कलेक्टर के यहां फाइल प्रस्तुत कर चुके हैं। जल्द ही इन चार स्थानों पर मेट्रो स्टेशन के लिए जमीन आवंटन की जाएगी।