September 28, 2024

BCCI सख्त जल्द ही छिन सकता है रोहित शर्मा की कप्तानी

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मुंबई

टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था और वह सेमीफाइनल में हारकर खिताबी रेस से आउट हो गई थी. अब भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने हार का पोस्टमार्टम करना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में बोर्ड ने शुक्रवार (18 नवंबर) को चेतन शर्मा की अगुवाई वाली राष्ट्रीय चयन समिति को बर्खास्त कर दिया था. बताया जा रहा है कि बीसीसीआई रोहित शर्मा को लेकर भी आने वाले दिनों में बड़ा फैसला कर सकती है.

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई ने नई चयनसमिति के लिए आवेदन आमंत्रित करने के साथ ही उनके लिए कुछ लक्ष्य निर्धारित कर दिए हैं. टीम इंडिया की नई चयनसमिति का सबसे पहला काम अलग फॉर्मेट के लिए अलग कप्तान बनाने का होगा. नई चयन समिति जब भी यह कार्यभार संभालेगी तो उसे तीन प्रारूपों में कप्तानों को चुनने के लिए अनिवार्य किया जाएगा. इसका प्रभावी रूप से मतलब है कि बीसीसीआई अब अलग-अलग कप्तानों के पैटर्न पर चलेगी.

हार्दिक को वर्ल्ड कप तक के लिए मिलेगी जिम्मेदारी?

रिपोर्ट के मुताबिक रोहित शर्मा फिलहाल वनडे और टेस्ट क्रिकेट में कप्तान बने रहेंगे. जबकि हार्दिक पंड्या को यूएसए और वेस्टइंडीज में होने वाले 2024 टी20 विश्व कप तक के लिए सबसे छोटे प्रारूप में भारतीय टीम के कप्तान बन जाएंगे. हार्दिक फिलहाल न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे हैं और यदि वह इसमें बतौर कप्तान अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो फैसले पर मुहर लग जाएगा.

हार्दिक ने कप्तानी में किया है प्रभावित

29 साल के हार्दिक पंड्या ने इस साल अपने आप को एक लीडर के तौर पर पेश किया है और उनके अंदर की जबरदस्त नेतृत्व क्षमता को दुनिया देख रही है. हार्दिक पंड्या बैट और बॉल के साथ लगातार शानदार खेल दिखा रहे हैं. वह अपने आप पर दबाव कतई नहीं आने देते हैं, जो उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग बनाता है.

उदाहरण के लिए आईपीएल 2022 की शुरुआत से पहले शायद ही किसी क्रिकेट विशेषज्ञ ने गुजरात टाइटन्स को जीत का दावेदार बताया था. लेकिन हार्दिक पंड्या की कप्तानी के बलबूते यह नई नवेली टीम आईपीएल चैम्पियन बन गई थी. हार्दिक पंड्या ने आईपीएल 2022 में 15 मैचों में 44.27 की औसत से 487 रन बनाए, जिसमें चार अर्धशतक शामिल थे. साथ ही गेंदबाजी में भी उन्होंने कमाल करते हुए कुल आठ विकेट अपने नाम किए थे.

कप्तानी और बैटिंग दोनों में फ्लॉप रहे रोहित

2013 की चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से भारत कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत पाया है. ऐसे में सबको आस थी कि रोहित शर्मा इस बार खिताबी सूखे को खत्म करने में सफल होंगे. लेकिन रोहित आईसीसी के नॉकआउट खेलों में टीम इंडिया के निराशाजनक रिकॉर्ड में सुधार नहीं कर सके. इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में रोहित की कप्तानी भी बेरंग दिखाई दी. बल्ले से पूरे टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन खराब रहा था और वह छह मुकाबलों में 19.33 की औसत से 116 रन बनाए. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 106.42 का रहा था जो काफी खराब कहा जा सकता है.

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