ट्रेंड :पिछले 5 फीफा वर्ल्ड कप में, 4 बार डिफेंडिंग चैंपियन टीम ग्रुप स्टेज में ही बाहर हो जाती है
दोहा
फीफा वर्ल्ड कप (FIFA World Cup) में साल 2002 से ही एक अजीब सा ट्रेंड चलता आ रहा है. यहां हर बार डिफेंडिंग चैंपियन (Defendiding Champion) को ग्रुप स्टेज में ही बाहर का रास्ता देखना पड़ रहा है. साल 2002 से 2018 के बीच हुए 5 फीफा वर्ल्ड कप में 4 बार ऐसा ही हुआ है. कतर में शुरू होने वाले वर्ल्ड कप में फ्रांस बतौर डिफेंडिंग चैंपियन उतर रहा है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि फ्रांस इस ट्रेंड से कैसे बच पाता है?
वर्ल्ड कप 2002: 1998 में फ्रांस ने पहली बार फीफा वर्ल्ड कप जीता था. 2002 में भी वह जीत की बड़ी दावेदार मानी जा रही थी लेकिन ग्रप स्टेज में वह एक भी मुकाबला नहीं जीत सकी. उरुग्वे के खिलाफ उसका मुकाबला ड्रॉ रहा और सेनेगल व डेनमार्क के खिलाफ उसे हार का सामना करना पड़ा.
वर्ल्ड कप 2010: इटली की टीम 2006 में वर्ल्ड चैंपियन बनी थी. 2010 में जब वह डिफेंडिंग चैंपियन के तौर पर उतरी तो उसे ग्रुप स्टेज में ही बाहर होना पड़ा. पराग्वे और न्यूजीलैंड के खिलाफ उसने ड्रॉ मैच खेले और स्लोवाकिया के खिलाफ उसे 2-3 से हार झेलनी पड़ी.
वर्ल्ड कप 2014: स्पेन की टीम फीफा वर्ल्ड कप 2014 में बतौर डिफेंडिंग चैंपियन उतरी लेकिन पहले ही मुकबले में उसे नीदरलैंड्स ने 5-1 की करारी शिकस्त दे डाली. स्पेन की टीम अगला मैच भी हार गई. चिली ने उसे 2-0 से मात दी. यह दो मैच बुरी तरह हारकर ही वह वर्ल्ड कप से बाहर हो गई थी. आखिरी मैच में इस टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 3-0 से शिकस्त दी थी.