नीतीश कुमार की बिहार में क्या है प्लानिंग, 2 महीने में जोड़े 30 लाख सदस्य; टेंशन में सियासी दल
पटना
बिहार की सत्ताधारी पार्टी जदयू का कद लगातार बढ़ता जा रहा है। और राज्य में जदयू की जड़ें और मजबूत होती जा रही हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि जदयू के बिहार में करीब 70 लाख सदस्य हो गए हैं। बीते 2 महीने के दौरान सदस्यों की संख्या में 75 फीसदी का इजाफा हुआ है। पिछले साल जदयू के 40 लाख ही सदस्य थे। राज्य में 4 सितंबर से 10 नवंबर के बीच चले सदस्यता अभियान के दौरान जदयू ने 30 लाख नए सदस्य बनाए हैं। वो राज्य की अन्य पार्टियों के लिए बड़ी चुनौती है ।
जदयू के राज्य निर्वाचन पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद सिंह ने शनिवार को सदस्यता अभियान के तहत बने कुल सदस्यों की संख्या बताई। और दावा किया कि 70 लाख सदस्यों में से हर संवर्ग में 60 फीसदी से ज्यादा संख्या युवाओं की है। जो पार्टी की मजबूती के लिए शुभ संकेत है। जर्नादन प्रसाद ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा प्रदेश के विकास के लिए किये गए सामाजिक कामों के प्रति युवाओं के झुकाव का नतीजा है। जदयू का प्रखंडस्तरीय संगठनात्मक चुनाव सम्पन्न हो गया। जनार्दन प्रसाद सिंह ने बताया कि 80 प्रखंड अध्यक्षों का चुनाव निर्विरोध हुआ जबकि 9 अध्यक्षों का चुनाव मतदान के जरिए कराया गया। जबकि विवादों के चलते 10 प्रखंड अध्यक्षों का चुनाव निलंबित किया गया है। चुनाव शुरु होने से पहले पार्टी की ओर से बड़े स्तर पर सदस्यता अभियान चलाया गया है। अब चुनाव से पहले जितने भी सदस्य बनाए गए हैं। सभी पार्टी की चुनावी प्रक्रिया में भाग लेंगे। जिस तरह जदयू के साथ बड़ी तादाद में युवा जोड़ हैं वो अन्य दलों की चिंता बढ़ाने वाला है।
पिछले साल JDU के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के स्वास्थ्य की समस्याओं को लेकर नए प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर उमेश कुशवाहा को कमान सौंपी गई थी। वशिष्ठ नारायण सिंह और उमेश कुशवाहा को मिलाकर उनका कार्यकाल पूरा कर लिया गया है। नवंबर महीने में ही प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव संपन्न कराया जाएगा। वहीं, दिसंबर में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा और राष्ट्रीय परिषद की बैठक भी होगी। जदयू का अधिवेशन 10 दिसंबर और 11 दिसंबर को होगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव दिल्ली में संपन्न होगा। जदयू ने राज्य निर्वाचन पदाधिकारी जनार्दन प्रसाद को बनाया है। लोकसभा 2024 चुनाव और बिहार विधानसभा 2025 का चुनाव संपन्न कराया जाएगा। इसको लेकर जदयू में मंथन का दौर जारी है। जातीय समीकरण से लेकर हर तरह से पार्टी एक ऐसे चेहरे को अपनी पार्टी में प्रदेश की कमान देना चाहती है जो संगठन के साथ-साथ रणनीति पर भी भरपूर काम कर सके।