ओरछा में श्रीराम जानकी विवाह महोत्सव में बजेगा रमतूला
निवाड़ी
विवाह पंचमी के मौके पर ओरछा होने वाले श्रीराम जानकी विवाह महोत्सव में इस बार पारंपरिक वाद्य यंत्रों की ध्वनि सुनाई देगी। डीजे जैसे आधुनिक और शोर करने वाले यंत्रों पर रोक लगा दी गई है। महोत्सव की तैयारियों को लेकर मंदिर परिसर में बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी। इस बार आयोजन को खास बनाने के लिए प्रशासन द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। विवाह महोत्सव में होने वाले भंडारे, कार्यक्रम में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही श्रीरामराजा मंदिर, जानकी मंदिर के साथ ही बरात मार्ग पर होने वाली साज सज्जा सहित अन्य तैयारियों को लेकर जिम्मेदारी सौंपी।
ऐसा होगा कार्यक्रम
कलेक्टर तरुण भटनागर ने बताया कि इस तीन दिवसीय महोत्सव में 27 नवंबर को होने वाली मंडप की पंगत व 28 नवंबर को होने वाले बरात के आयोजन पर ध्यान रखा जाएगा। कलेक्टर ने बताया कि विवाह महोत्सव पर धार्मिक नगरी को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा।
अभी तक निकलते थे 10 डीजे
श्रीरामराजा सरकार विवाह महोत्सव में वैसे तो करीब 10 डीजे निकाले जाते रहे हैं। इस बार इनके स्थान पर वाद्य यंत्रों को शामिल किया गया है। इसमें मुख्य रूप से बुंदेली वाद्य यंत्र लेकर भजन मंडली चलेंगी, जो भजनों की प्रस्तुति देते हुए श्रीरामराजा सरकार की बरात में शामिल होंगे। इसमें रमतूला, तमूरा, खजरी, खड़ताल, मजीरा, ढोलक, घड़ा, सूपा, लोटा, हारमोनियम लेकर भजन मंडली चलेगीं। वाद्य यंत्रों के साथ ओरछा पहुंचने के लिए इन टोलियों को ग्रामीण क्षेत्रों से प्रशासन द्वारा आमंत्रित किया गया है। बताया गया कि मुख्य रूप से रमतूला शंख की तरह बजाया जाता है, जिसको हर व्यक्ति नहीं बजा सकता है।