गुजरात में केजरीवाल का कितना असर? नए सर्वे में ‘सिक्सर लगा आउट’ का अनुमान
नई दिल्ली
गुजरात में पहली बार पूरे दमखम से लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) को विधानसभा चुनाव में कितनी सफलता मिलेगी? क्या केजरीवाल कांग्रेस को पछाड़ पाएंगे या 27 सालों से सरकार चला रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को डैमेज कर पाएंगे? इन सवालों का सटीक जवाब 8 दिसंबर को काउंटिंग के साथ ही मिल पाएगा। फिलहाल सर्वे एजेंसियां जनता की राय लेकर नतीजों का अनुमान लगाने की कोशिश कर ही हैं।
मेटराइज के साथ ओपिनियन पोल पेश किया है। शनिवार को प्रसारित किए गए सर्वे में भविष्यवाणी की गई है कि राज्य में भाजपा लगातार सातवीं बार सरकार बना सकती है। वहीं, कांग्रेस को आम आदमी पार्टी काफी नुकसान पहुंचा सकती है। हालांकि, आम आदमी पार्टी को उम्मीद के मुताबिक सफलता मिलती नहीं दिख रही है। ओपिनियन पोल में कहा गया है कि भाजपा को इस बार 113 सीटों पर जीत मिल सकती है। कांग्रेस को 62 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। 'आप' को छह सीटें मिलने की भविष्यवाणी की गई है। अन्य के खाते में एक सीट जा सकती है। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 99 और कांग्रेस को 77 सीटों पर जीत मिली थी। तब 29 सीटों पर लड़ी 'आप' के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी।
वोट शेयर की बात करें तो त्रिकोणीय मुकाबले और सत्ता विरोधी लहर के दावों के बीच भाजपा को 50 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान लगाया गया है। कांग्रेस को 39 फीसदी लोगों ने वोट देने की बात कही तो आम आदमी पार्टी को 8 फीसदी लोगों ने वोट देना चाहते हैं। अन्य के खाते में 3 फीसदी वोट जा सकते हैं।