हस्तिनापुर सेंचुरी में जल्द शुरू होगी जल सफारी, बोट से गंगा में घूमने और इन जानवरों को देखने का मिलेगा मजा
हस्तिनापुर
बिजनौर में वन विभाग ने जंगल सफारी शुरू की तो अब वन विभाग मेरठ हस्तिनापुर गंगा में जल सफारी शुरू करने जा रहा है। पूरी उम्मीद है कि इसी माह से सैलानी गंगा में जल सफारी का आनंद ले सकेंगे। शासन को भेजे प्रस्ताव को हरी झंडी मिलने के साथ ही जल सफारी के लिए दो बोट मिलने की उम्मीद है। फिलहाल वन विभाग के अफसरों ने जो तैयारी की है, वह एक बोट से जल सफारी शुरू कराने की है। अगले सप्ताह इसे अंतिम रूप देते हुए जल सफारी शुरू कराई जाएगी। वन विभाग मेरठ की ओर से हस्तिनापुर सेंचुरी में जंगल सफारी शुरू कराने की कार्ययोजना तैयार कर शासन को भेजी जा रही है। शासन स्तर से स्वीकृति मिलते ही जंगल सफारी शुरू कराई जाएगी।
2073 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैली है हस्तिनापुर सेंचुरी
दुनियाभर में अपनी जैव-विविधिता के लिए मशहूर देश की प्रमुख और घनी वन सेंचुरी में शामिल हस्तिनापुर सेंचुरी 2073 वर्ग किमी में क्षेत्रफल में फैली हुई है। सेंचुरी मेरठ, मुजफ्फरनगर, हापुड़, बिजनौर और अमरोहा जिलों में फैली हुई है। सेंचुरी में तेंदुओं से लेकर हिरन, गंगा में घड़ियाल, कछुए, मगरमच्छ, डॉल्फिन तक दिखाई देती हैं।
सेंचुरी क्षेत्र में हैं 16 वेटलैंड
हस्तिनापुर सेंचुरी क्षेत्र में 16 वेटलैंड हैं। इनमें हैदरपुर, समाना लेक, केलापुर मार्शलैंड, कल्याणपुर, सोनाली रिवर, भीकुंड झील, नंदनौर झील, सैदाबाद झील, हरिनगर झील, कालीढाब झील, बिजनौर बैराज, चेतावाला, मखदूमपुर, जलालपुर, कुंडा, खरखाली शामिल हैं।
ये पक्षी सेंचुरी क्षेत्र में आते हैं नजर
कॉमन क्रेन से लेकर ब्लैक नेक्ड स्टॉर्क तक सेंचुरी क्षेत्र में आसानी से देखे जा सकते हैं। लिटिल ग्रेब, ग्रेट कॉर्मोरेंट, बुली नेक्ड स्टॉर्क, एशियन ओपन बिल स्टॉक, ग्रे लैग गूज, बार हेडेड गूज, सफेद इबीस, नॉर्दन पिनटेल, कॉमन पोचार्ड, रेड क्रिस्टेड पोचार्ड, सारस क्रेन, कॉमन कूट, ब्रहमणी डक आदि शामिल हैं। वन विभाग के अधिकारी 250 प्रजाति से ज्यादा पक्षियों का बसेरा हस्तिनापुर सेंचुरी में बताते हैं।
डीएफओ, राजेश कुमार ने कहा कि इसी महीने से हस्तिनापुर गंगा में जल सफारी शुरू कराने की तैयारी है। जल्द उद्घाटन कराएंगे। फिलहाल एक बोट से शुरुआत करेंगे। उम्मीद है कि दो बोट जल्द वन विभाग को मिल जाएंगी। जंगल सफारी के लिए कार्ययोजना तैयार की है। जल्द ही इसे अमलीजामा पहनाते हुए पर्यटकों को हस्तिनापुर सेंचुरी में आकर्षित करेंगे।