गुजरात चुनाव: भाजपा के गढ़ में ‘दिल्ली मॉडल’ की चर्चाएं, सूरत की 12 सीटों पर लगा है बड़ा दांव
अहमदाबाद
गुजरात विधानसभा चुनाव में 182 सीटों पर दांव खेला जा रहा है। राज्य के क्षेत्रों में सूरत का नाम भी शामिल हैं, जहां 12 विधानसभा सीटें आती हैं। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी यहां सालों से अपनी सियासी दावेदारी पेश करती रही हैं, लेकिन इस बार मुकाबला और रोमांचक होने के आसार हैं। इसकी वजह आम आदमी पार्टी की एंट्री है। इसके अलावा भाजपा के कब्जे वाली इन 12 सीटों पर आप की गूंज सुनाई दे रही है।
सूरत क्षेत्र की 12 विधानसभा सीटों पर आप की क्या स्थिति होगी, यह 8 दिसंबर को सामने आएगा, लेकिन सूरत क्षेत्र में पार्टी ने साल 2021 में नगर निगम चुनाव जीतकर एंट्री तो कर ली थी। उस दौरान पार्टी के 27 पार्षदों ने जीत हासिल की थी। हालांकि, कुछ समय बाद ही इनमें से 5 पार्षदों ने भाजपा का दामन थाम लिया था। राज्य में दो चरणों में मतदान होना है।
राज्य में सियासी जमीन तलाश रही आप ने 12 विधानसभा सीटों पर बड़े पाटीदार चेहरों को मौका दिया है। इनमें वराछा से अल्पेश कठीरिया, ओलपाड से धार्मिक मालवीय और कतारगाम से गोपाल इटालिया का नाम शामिल है। इटालिया के पास गुजरात में आप की कमान भी है। साथ ही वह प्रचार अभियान के दौरान भी पार्टी के प्रमुख चेहरे के तौर पर सामने आए हैं। आप ने गुजरात में इसुदान गढ़वी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है।
आप को कैसे मिल रही है बढ़त?
गुजरात में हमेशा बड़ा मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच रहा है। हालांकि, इस बार आप भी मैदान में पूरा जोर लगा रही है, जिसकी तुलना में कांग्रेस का प्रचार धीमा नजर आ रहा है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस साइलेंट प्रचार कर रही है। वराछा सीट से कांग्रेस ने विश्व हिंदू परिषद के पूर्व नेता प्रवीण तोगड़िया के कजिन प्रफुल्ल को मौका दिया है।
जबकि, भाजपा की ओर यहां कुमार कनानी मैदान में हैं। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट क अनुसार, तोगड़िया कांग्रेस पर उन्हें नजरअंदाज करने के आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा, 'किसी ने भी मुझसे यह नहीं पूछा कि मैं कैसे अपना अभियान चला रहा हूं न ही यह पूछा कि मेरा खर्च कैसे चल रहा है।' उन्होंने कहा, 'इसी बीच एक कॉल यह कहते हुए आता है कि वांसड़ा में राहुल जी की रैली में 3 बसें भरकर लोग लेकर जाने हैं।' रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस के कई कार्यकर्ता इसी तरह की बात कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शहर में भाजपा को बढ़त नजर आती है। पार्टी के कार्यकर्ता 12 में से 11 सीटें जीतने की बात कह रहे हैं। हालांकि, सूरत में नई एंट्री यानी आप और 'दिल्ली मॉडल' की चर्चाएं भी हैं।