खूंखार ईनामी नक्सली कमांडर अपने ही साथियों का हुआ शिकार
दंतेवाड़ा
दंतेवाड़ा पुलिस ने जिले के समीपस्थ जंगल से ईनाम नक्सली का शव बरामद किया है। पुलिस ने ग्रामीण से मिली सूचना पर कार्रवाई करते हुए यह जानकारी दी। पुलिस को अंदेशा है कि मृत ईनाम नक्सली को उसके ही साथियों ने मौत के घाट उतारा होगा।
प्राप्त समाचारों के अनुसार यह पूरा मामला जिले के कुआकोंडा थाना क्षेत्र का है जहां एक गांव के जंगल में एक नक्सली का शव मिला है। नक्सली की पहचान देवा उर्फ तिर्री मड़कामी के रूप में हुई है। यह कटेकल्याण एरिया कमेटी का सदस्य था। इस पर 8 लाख रुपए का इनाम भी घोषित है। सिर्फ दंतेवाड़ा जिले में ही अलग-अलग तरह की कुल 9 घटनाओं में शामिल रहा है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि माओवादियों ने इसे मार कर जंगल में फेंका है। मामला जिले के कुआकोंडा थाना क्षेत्र के जियाकोडता के जंगल का है।मंगलवार को दंतेवाड़ा पुलिस को सूचना मिली थी कि, भूसारास घाटी में जियाकोडता के जंगल में एक युवक का शव पड़ा है। शव मिलने की सूचना पर फौरन जवानों की एक टीम को मौके के लिए रवाना किया गया था। जब जवान मौके पर पहुंचे तो उन्होंने शव के साथ एक हथियार भी बरामद किया। जवानों ने शव की पहचान नक्सली देवा के रूप में की। पुलिस ने जब इसकी फाइल खंगाली तो पता चला कि यह कटेकल्याण एरिया कमेटी का मेंबर है और इस पर 8 लाख रुपए का इनाम भी घोषित है।
देवा को उसके साथियों द्वारा अन्य स्थान पर मारा और उसके बाद उसके शव को फेंके जाने की जताई आशंका बस्तर के आईजी पी सुंदरराज ने कहा कि, पिछले कई सालों से क्षेत्र की जनता को मूलभूत सुविधाओं से वंचित करने सड़क, पुल-पुलिया एवं सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का काम नक्सली करते हैं। निर्दोष ग्रामीणों को प्रताड़ित करने जैसे अनेक जनविरोधी, विकास विरोधी हरकतों से क्षेत्र की जनता त्रस्त हो चुकी है। माओवादियों की इस प्रकार की विनाशकारी विचारधारा ही उनके खात्मे की सबसे बड़ी वजह बनेगी। उन्होंने कहा कि, ऐसी आशंका है कि, नक्सलियों ने खुद अपने साथी को मारकर फेंका है। इस पूरे मामले की जांच कीजारी है।