T20 World Cup 2024 में 20 टीमें लेंगी हिस्सा,अगले विश्वकप का नया जारी
नईदिल्ली
टी20 विश्वकप 2024 की मेजबानी संयुक्त रूप से यूएसए और वेस्टइंडीज द्वारा किया जाएगा। अगले टी20 विश्वकप का फॉर्मेट भी बदला-बदला नजर आएगा और 12 की जगह कुल 20 टीमें विश्वकप में हिस्सा लेंगी। यूएसए और वेस्टइंडीज की टीमें सीधे टॉप 12 में शामिल होंगी क्योंकि वे दोनों विश्वकप की मेजबानी कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि टी20 वर्ल्डकप 2024 का नया फॉर्मेट क्या होगा…
क्या होगा नया फॉर्मेट
क्रिकेट फैंस के लिए अगला टी20 वर्ल्डकप बेहद रोमांचक होने जा रहा है क्योंकि 2024 के विश्वकप में कुल 20 टीमें शिरकत करेंगी। इन सभी टीमों को 4 ग्रुप में डिवाइड किया जाएगा। हर ग्रुप में 5-5 टीमें होंगी। पहले दौर के मैच खत्म होने के बाद हर ग्रुप से टॉप 2 टीमें सुपर 8 में पहुंचेंगी। सुपर-8 में दो ग्रुप बनेंगे और दोनों ग्रुप दो-दो टीमें यानी कुल 4 टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी। जहां दो टीमें हारकर बाहर हो जाएंगी और दो टीमें फाइनल में खेलेंगी। इसके बाद दुनिया को टी20 का नया चैंपियन मिल जाएगा।
ऐसा होगा नया फॉर्मेट
पहला राउंड– 5-5 टीमों के 4 ग्रुप कुल 40 मैच होंगे
हर ग्रुप की 2-2 टीमें अगले राउंड में प्रवेश करेंगी
सुपर-8 में 4-4 टीमों के 2 ग्रुप बनाए जाएंगे
दोनों ग्रुप की टॉप-2 टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी
नॉक ऑउट में 2 सेमीफाइनल 1 फाइनल मैच होगा
यह 12 टीमें क्वालीफाई कर चुकी- ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, इंडिया, पाकिस्तान, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, वेस्टइंडीज, यूएसए, अफगानिस्तान और बांग्लादेश।
पहले ऐसा था फॉर्मेट
2021 और 2022 के टी20 विश्वकप की बात करें तो इसमें टॉप 12 टीमें ही शामिल रहीं जिसे ग्रुप 12 स्टेज के मुकाबले कहे गए। लेकिन अगले विश्वकप में 12 की जगह 20 टीमें हिस्सा लेंगी जिसकी वजह से फॉर्मेट को चेंज किया जा रहा है। 2022 का फाइनल खेलने वाली दो टीमें यानि पाकिस्तान और इंग्लैंड पहले ही सुपर-12 में पहुंच चुकी हैं। जबकि यूएसए और वेस्टइंडीज की टीम मेजबानी की वजह से सुपर 12 में पहुंच गई हैं। शेष 8 टीमें आईसीसी रैंकिंग के आधार पर सुपर 12 की दावेदारी करेंगी।
कहां कहां होंगे मुकाबले
टी20 विश्वकप 2024 की मेजबानी संयुक्त रूप से यूएसए और वेस्टइंडीज के अलग-अलग स्टेडियम में खेले जाएंगे। अफ्रीका की टीम भी रैंकिंग में 8वें नंबर पर है इसलिए वह सुपर 12 में पहुंच चुकी है। जबकि जिम्बाबवे की टीम टॉप 8 में नहीं है इसलिए उन्हें क्वालीफाई मुकाबले खेलने होंगे। अगली बार अफ्रीका, एशिया और यूरोप के लिए दो क्वालिफिकेशन स्पाट होंगे। जबकि अमेरिका और ईस्ट एशिया पैसिफिक रीजन के लिए एक-एक स्थान तय किया गया है।