6 महीने पहले मर चुके डॉक्टर के नाम पर चलता मिला क्लिनिक, स्वास्थ्य विभाग ने कराया बंद
वाराणसी
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में छह महीने पहले मर चुके डॉक्टर के नाम पर क्लिनिक चलता मिला। अस्पताल का ना तो पंजियन था और ना ही कोई स्थायी डॉक्टर थे। इसके बावजूद यहां भारी तादाद में मरीज का इलाज चल रहा था। स्वास्थ्य विभाग के निरीक्षण में मंगलवार को इस बात का खुलासा हुआ। जिसके बाद अस्पताल को बंद करा दिया गया।
ये मामला लंका थाने के छित्तूपुर का है। कुछ दिनों पहले दासमती देवी के पति नत्थूलाल को दस्त की शिकायत पर एसएमएस हेल्थ केयर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी हालत सही होने के बजाय और बिगड़ने लगी। बाद में परिजनों ने उन्हें बीएचयू अस्पताल में भर्ती कराया। जांच के दौरान पता चला कि उन्हें किडनी की बीमारी है। फिलहाल मरीज का डायलिसस पर है।
दासमती देवी ने सीएमओ ऑफिस जाकर अस्पताल के खिलाफ शिकायत की थी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम निरीक्षण के लिए एसएमस हेल्थ केयर पहुंची। जहां छित्तूपुर का सुरेंद्र मौजूद था। बोर्ड पर डॉ. एसपी सिंह का नाम दर्ज था। पूछताछ में पता चला कि डॉक्टर की मौत छह महीने पहले ही हो चुकी है। इसके अलावा क्लिनिक का रजिस्ट्रेशन भी नहीं था। स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके पर दो मरीज भर्ती भी मिले। मामले को संज्ञान में लेते हुए सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी के निर्देश पर लंका थाने में अस्पताल संचालक के खिलाफ तहरीर दी गई है।