असम बॉर्डर पर हिंसक झड़प: CM हिमंत बिस्वा सरमा बोले- इसका सीमा विवाद से कोई लेना-देना नहीं
असम
असम-मेघालय सीमा के साथ मुकरोह इलाके में गोलीबारी की घटना पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि इसका सीमा विवाद से कोई लेना-देना नहीं है। सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, ''इसका सीमा विवाद से कोई लेना-देना नहीं है। यह ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प थी। मुझे नहीं लगता कि इसका सीमा वार्ता से कोई लेना-देना है।'' असम बॉर्डर पर हिंसक झड़प में अब तक 4 लोगों के मारे जाने की खबर है। असम-मेघालय सीमा पर हिंसक झड़प के बाद आज गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मेघालय के सीएम कॉनराड संगमा मिलेंगे।
सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, ''मामला जंगल की लकड़ियों को लेकर हुई कुछ झड़प से जुड़ा है। हमने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। हमने इस मामले को सीबीआई और एनआईए को भी भेजा है। मुआवजा देने का ऐलान किया है। जिम्मेदार व्यक्ति को निलंबित कर दिया गया है।''
पुलिस की सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने की खिंचाई
बता दें कि इससे पहले असम-मेघालय सीमा पर हिंसा की घटना से निपटने के तरीके को लेकर सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य पुलिस की जमकर खिंचाई की। सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने पुलिस से नागरिक मुद्दों से निपटने के दौरान घातक हथियारों के इस्तेमाल पर रोक लगाने को कहा है।
'मुझे लगता है कि फायरिंग अकारण थी…'
हिमंत बिस्वा सरमा, जिनके पास असम कैबिनेट में गृह विभाग भी है, ने बुधवार को कहा, "मुझे लगता है कि पुलिस ने जिस हद तक फायरिंग की थी, उसकी जरूरत नहीं थी। फायरिंग थोड़ी अकारण थी, और पुलिस कार्रवाई कर सकती थी, मामले को सही तरीके से कंट्रोल किया जा सकता था।'' सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि हालांकि पुलिस ने कहा था कि उन्होंने झड़प के दौरान बचाव में गोली चलाई, लेकिन बल का प्रयोग थोड़ा मनमाना था और ऐसा नहीं होना चाहिए था।
क्या है मामला?
असम के मंत्री जयंत मल्लबरुआ ने कहा है कि असम सरकार ने असम-मेघालय सीमा के मुकरोह इलाके में गोलीबारी की घटना की सीबीआई जांच के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया है। असम-मेघालय सीमा से सटे पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले के मुकरोह इलाके में मंगलवार को हुई हिंसा में असम वन विभाग के एक वन रक्षक सहित 4 लोगों की मौत हो गई थी। जिस स्थान पर हिंसा हुई, वह असम-मेघालय सीमा पर विवादित क्षेत्रों में से एक है, जिस पर दोनों राज्यों का दावा है।