कांग्रेस को बड़ा झटका,मीडिया उपाध्यक्ष नरेंद्र सलूजा ने ली भाजपा की सदस्यता
भोपाल
मध्यप्रदेश में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा से पहले कांग्रेस को भाजपा ने बड़ा झटका दे दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी एवं कांग्रेस के प्रदेश मीडिया विंग के उपाध्यक्ष नरेंद्र सलूजा ने कांग्रेस छोड़ दी है। उन्होंने शुक्रवार को सुबह भाजपा भी ज्वाइन कर ली है।
मध्यप्रदेश में एक बार फिर दल बदलने पर राजनीति गर्मा गई है। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का शुक्रवार तो तीसरा दिन है और इसी दिन कांग्रेस के दिग्गज नेता नरेंद्र सलूजा ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया है। शुक्रवार को सुबह भाजपा कार्यालय में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, वन मंत्री विजय शाह और प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
सलूजा का कोई जनाधार या पार्टी में कोई समर्थक गुट नहीं था, लेकिन वो कमलनाथ के करीबी और लंबे समय तक मीडिया कोऑर्डिनेटर रहे. खालसा कॉलेज विवाद के कारण कमलनाथ की नाराजगी के बाद सलूजा को पार्टी में किनारे कर दिया गया था.
नरेंद्र सलूजा लंबे समय तक कमलनाथ के करीबी रहे और कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली. कमलनाथ के ट्वीट से लेकर मीडिया रिएक्शन तक में नरेंद्र सलूजा का बड़ा रोल होता था. लेकिन बीते दिनों कोई एक घटना के बाद नरेंद्र सलूजा को पार्टी से साइडलाइन कर दिया गया था. पीसीसी की तरफ से नरेंद्र सलूजा को मैसेज कर हटाने की जानकारी दी गई थी. उसके बाद नरेंद्र सलूजा ने अब बीजेपी का दामन थाम लिया है. कल तक सोशल मीडिया पर बीजेपी पर हमलावर रहने वाले नरेंद्र सलूजा अब कमलनाथ पर हमलावर होंगे.
दरअसल, नरेंद्र सलूजा कमलनाथ के साथ काफी लंबे समय से जुड़े थे। हाल के कुछ महीनों से उनकी अनदेखी हो रही थी। मीडिया विभाग के पुनर्गठन के दौरान उन्हें पैनल में जगह नहीं दी गई थी। इसे लेकर वह नाराज हो गए थे। इसके बाद फिर से उन्हें जगह मिल गई थी। पिछले दिनों इंदौर के खालसा कॉलेज में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। उस कार्यक्रम में कमलनाथ भी पहुंचे थे। आयोजकों में नरेंद्र सलूजा का भी नाम था। कार्यक्रम के दौरान सिख दंगों को लेकर कमलनाथ का जबरदस्त विरोध हुआ था।
विरोध के बाद कमलनाथ ने अपने मीडिया प्रभारी के पद से नरेंद्र सलूजा को हटा दिया था। इसके बाद सलूजा कुछ दिनों तक चुप थे। शुक्रवार की सुबह 10 बीजेपी ने उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है। इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान समेत पार्टी के अन्य नेता मौजूद रहे हैं। नरेंद्र सलूजा के बीजेपी में शामिल होने के बाद एमपी में सिख वोटरों का झुकाव पार्टी की तरफ बढ़ेगा।
कुछ विधायक भी हो सकते हैं शामिल
वहीं, चर्चा यह भी है कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कुछ कांग्रेस विधायक भी पार्टी को झटका दे सकते हैं। हालांकि कांग्रेस भी यह दावा करती है कि हमारे संपर्क में बीजेपी के कई विधायक हैं। इसकी अटकलें इसलिए तेज हैं कि कांग्रेस के 15 से अधिक विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग की थी। इसके बाद से एमपी में यह चर्चाएं तेज हैं।