September 23, 2024

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र को अलीगढ़ से 5 गांव वापस मिले, लॉजिस्टिक हब बनाने का रास्ता साफ

0

यमुना 

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले की टप्पल नगर पंचायत में शामिल किए गए यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) को अधिसूचित क्षेत्र को वापस कर दिया गया। शासन ने प्राधिकरण क्षेत्र के पांच गांवों को फिर यीडा के अधिसूचित क्षेत्र में शामिल कर दिया। यह करीब 2627 हेक्टेयर जमीन है। यहां पर यमुना प्राधिकरण ने लॉजिस्टिक हब विकसित करने की योजना बनाई थी। यह जमीन जाने के बाद 250 हेक्टेयर में लॉजिस्टिक हब की डीपीआर बनी थी। अब यमुना प्राधिकरण 2000 हेक्टेयर में एक और लॉजिस्टिक हब विकसित करेगा।

यीडा के अधिसूचित क्षेत्र में अलीगढ़ जिला भी आता है। शासन ने करीब डेढ़ साल पहले टप्पल नगर पंचायत का गठन किया था। इसमें यमुना प्राधिकरण का अधिसूचित क्षेत्र चला गया है। प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र के टप्पल, नूरपुर, उदयपुर, मेवानगला व मिलिक गांव का पूरा क्षेत्र टप्पल नगर पंचायत में शामिल कर दिया गया। इसमें प्राधिकरण का 2627 हेक्टेयर क्षेत्र है। यह इलाका प्राधिकरण के फेज-2 में आता है। इन गांवों को टप्पल नगर पंचायत में शामिल करने से पहले यमुना प्राधिकरण को जानकारी नहीं दी गई थी। इसका प्राधिकरण ने विरोध भी जताया था। यीडा ने इसके लिए नगर विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखा था। उन्होंने शासन से यीडा क्षेत्र को लौटाने की मांग की थी। प्राधिकरण ने कहा था कि वह यहां पर लॉजिस्टिक हब विकसित करने की योजना बनाई थी।

एक और लॉजिस्टिक हब बनेगा

सरकार ने यीडा के क्षेत्र को डिनोटिफाई कर दिया। इससे पांच गांव फिर यीडा में आ गए। अधिसूचित जाने से पहले यीडा ने यहां पर लॉजिटस्टिक हब विकसित करने की योजना बनाई थी। इसकी डीपीआर पर काम शुरू हो गया था, लेकिन अधिसूचित क्षेत्र जाने से एरिया कम हो गया। प्राधिकरण ने फिर 250 हेक्टेयर पर लॉजिस्टिक हब विकसित करने की योजना बनाई। इसकी डीपीआर पर काम अंतिम चरण में है। प्राधिकरण अब 2000 हेक्टेयर में एक और लॉजिस्टिक हब विकसित करेगा।

कॉलोनियां कट रही थीं

नगर पंचायत में यह इलाका जाने से वहां कॉलोनियां कटना शुरू हो गई थीं। कई जगह तो निर्माण कार्य शुरू हो गया था। इसका नक्शा नगर पंचायत से पास कराए जाने लगे थे। कई जगह तो बुकिंग शुरू हो गई थीं। लोगों ने पैसा लगाना शुरू कर दिया। यह क्षेत्र डिनोटिफाई होने से निर्माण कार्य नहीं होगा। जो भी अतिक्रमण होगा, प्राधिकरण उसे गिराएगा। यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि यमुना प्राधिकरण के अलीगढ़ के अधिसूचित क्षेत्र में टप्पल नगर पंचायत में शामिल कर दिया गया था। इससे प्राधिकरण की योजना पर विपरीत प्रभाव पड़ा था। सरकार ने वापस यीडा के अधिसूचित क्षेत्र को वापस कर दिया।
 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed