मैनपुरी में किसकी जीत चाहते हैं शिवपाल? BJP सांसद ने किया सनसनीखेज दावा; ‘शिष्य’ को लेकर सांसत में चाचा
मैनपुरी
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर 5 दिसम्बर 2022 को होने वाले उपचुनाव में डिंपल यादव की जीत सुनिश्चित करने के लिए अखिलेश यादव के साथ शिवपाल यादव, उनके बेटे आदित्य यादव और पूरा यादव कुनबा लगा है लेकिन बीजेपी के 'शिष्य' दांव ने उन्हें परेशान कर रखा है। इस बीच बीजेपी सांसद रामशंकर कठेरिया ने शिवपाल और रघुराज सिंह शाक्य पर सनसनीखेज दावा करते हुए डिंपल के लिए अखिलेश के साथ उनके प्रचार करने को दिखावा बता दिया है। कठेरिया ने कहा कि शिवपाल जानते हैं कि चुनाव बाद उनकी क्या दुर्दशा होगी। उनसे अकेले में पूछ लीजिए सब बता देंगे।
एक निजी चैनल से बातचीत में रामशंकर कठेरिया ने दावा किया कि शिवपाल ने आज तक मंच से कठेरिया को हराने की अपील नहीं की। उन्होंने कहा कि न शिवपाल को अखिलेश पर भरोसा है न अखिलेश को शिवपाल पर। उधर, शिवपाल लगातार रघुराज सिंह शाक्य से अपने रिश्तों को झुठलाते हुए जनता से बहू डिंपल को जिताने की अपील कर रहे हैं। शुक्रवार को भी उन्होंने कुछ ग्रामीणों से बातचीत के दौरान कहा कि अब परिवार एक है और एक ही रहेगा। उन्होंने बहू डिंपल यादव को अपना गवाह बनाने की भी बात कही।
हुआ ये है कि बीजेपी उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य खुद को मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव का चेला बताते हुए नामांकन से पहले नेताजी की समाधि पर आशीर्वाद लेने भी पहुंचे गए थे। शिवपाल तभी से इस पर सफाई दे रहे हैं। अब एक बार फिर शिवपाल ने कहा है कि रघुराज सिंह शाक्य शिष्य होते तो मुझे बिना बताए छोड़कर नहीं जाते। बहू (डिंपल यादव) के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ते।
अखिलेश गड़बड़ करें तो डिंपल तुम हमारी गवाह रहना
शुक्रवार को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें शिवपाल गांव वालों से कह रहे हैं कि अब जब बहू चुनाव लड़ रही है तो हम भी एक हो गए। लोग भी कहते थे कि एक हो जाओ। हमने अखिलेश से भी कह दिया है- अब हम एक ही रहेंगे। डिंपल से बोला है कि अगर अखिलेश गड़बड़ करें तो तुम्हें मेरे साथ ही रहना है। तुम ही गवाह हो। हालांकि आपका अखबार हिन्दुस्तान इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
बसरेहर ब्लॉक के सरसई हेलू गांव में प्रचार के दौरान वायरल हुए वीडियो में शिवपाल एकदम अपने अंदाज में दिख रहे हैं। हंसी-ठिठोली के बीच गांव वालों से बतिया रहे हैं कि अब बहू लड़ रही है। सभी को मिलकर जिताना है। इसी दौरान कुछ मीडिया वालों ने परिवार की एकजुटता पर सवाल किया तो बेबाकी से बोल पड़े हां- अब एक हो गए हैं। अलग-अलग बहुत साल तक रह लिए। अब नहीं, अब तो जब तक राजनीति में रहेंगे, एक साथ रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अब हमें एक दो चुनाव और लड़ना है। इसके बाद तो लड़के ही चुनाव लड़ेंगे।
इसी के साथ शिवपाल ने सब लोगों से हाथ जोड़कर विनती की। कहा कि जब ज्यादा से ज्यादा वोट डिंपल के पक्ष में पड़ेंगे तो ही नेता जी को सच्ची श्रद्धांजलि मिलेगी। नेता जी के न रहने से इस चुनाव में मेरी भी प्रतिष्ठा दांव पर है। पूरे वीडियो में गांव वाले शिवपाल की हर बात पर तालियां बजाते रहे और बोलते रहे- ठीक किया, ठीक किया। एक ही रहना है।