PPP से विकसित होंगे भोपाल के कम फुटफॉल वाले रेलवे स्टेशन…
भोपाल
भारतीय रेलवे के बरसों पुराने स्टेशन परिसर को आधुनिक बनाने के लिए रेलवे दूसरे चरण में भोपाल रेल मंडल के पुराने एवं कम फुटफॉल वाले स्टेशनों का चयन कर सकता है। दिल्ली एवं महाराष्ट्र के अनेक स्टेशनों का चयन प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए री-डेवलपमेंट प्रोजेक्ट में किया गया है। जल्द ही मप्र और अन्य राज्यों के चयनित स्टेशनों की घोषणा की जाएगी। रेलवे की योजना यह है कि वित्तीय बोझ सहन किए बगैर ही स्टेशन का रीडेवलपमेंट प्राइवेट कंस्ट्रक्शन कंपनियों से करवाया जाए।
प्रोजेक्ट के माध्यम से यात्री सुविधाओं में इजाफा होगा। साथ ही प्राइवेट कंस्ट्रक्शन कंपनियां खाली पड़े परिसर में कमर्शियल कंस्ट्रक्शन कर तय समय सीमा में अपनी लागत वसूल करेंगी। इससे वित्तीय बोझ नहीं आएगा और यात्रियों को आधुनिक परिसर एवं सुविधाएं प्राप्त होंगी। भोपाल रेलवे स्टेशन पर फिलहाल वेटिंग रूम कैंटीन रेस्टोरेंट का काम आउटसोर्सिंग पर दिया गया है। जल्द ही स्टेशन परिसर नए परिवेश में नजर आने वाला है। यहां निजी एजेंसियों को काम पर लिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि प्लेटफार्म-छह की तरफ मुख्य भवन बनकर तैयार है। इसमें टिकट काउंटर संचालित हो रहे हैं। बाकी का पूरा भवन खाली है। इसमें बजट होटल, रेस्टोरेंट, स्टॉल, किड्स जोन की सुविधा दी जानी है।
तीन चरणों में पूरा होगा काम
यह तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण के तहत एक भवन बना दिया है। अब इसका विस्तार किया जाना है। प्लेटफार्म-एक की तरफ पांच लेन वाली ड्राप एंड गो लेन बनाई जानी है। बाकी के दो चरणों के तहत बनाए जाने वाले भवनों का निर्माण पूरा होने के बाद ड्राप एंड गो लेन को पूरा किया जाएगा।