November 24, 2024

500 फ्रिज की पुलिस ने ली तलाशी, तब सुलझी पांडव नगर मर्डर मिस्ट्री

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  नई दिल्ली
दिल्ली में श्रद्धा हत्याकांड जैसी एक और वारदात ने हड़कंप मचा दिया. मामला पांडव नगर का है जहां पुलिस को रामलीला मैदान से लगातार इंसानी शरीर के टुकड़े मिल रहे थे लेकिन वो टुकड़े आ कहां से रहे हैं ये पता नहीं चल पा रहा था. मामला जब क्राइम ब्रांच ने अपने हाथों में लिया और जांच शुरू की. करीब 5 महीने की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस इस मामले का खुलासा कर पाई. इसके लिए पुलिस ने रामलीला मैदान के आसपास के घरों में जाकर न सिर्फ फ्रिज की तलाशी ली, बल्कि लोगों से पूछा कि उनके आसपास कहीं से कुछ सड़ने की बदबू तो नहीं आ रही है.

क्या है मामला ?

दरअसल, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने सोमवार को इस मामले का खुलासा किया. पुलिस ने बताया कि पांडव नगर के रामलीला मैदान में शव के जो टुकड़े मिल रहे थे, वह अंजन दास के थे. वह बिहार का रहने वाला था. उसकी पत्नी पूनम और बेटे दीपक ने इस हत्या को अंजाम दिया. पुलिस के मुताबिक, अंजन की दीपक की पत्नी और बहन पर बुरी नजर थी. ऐसे में दीपक और पूनम ने अंजन की हत्या की साजिश रची. पहले अंजन को नशीली दवा दी गई. इसके बाद उसका गला काटकर हत्या कर दी. फिर शव को 10 टुकड़ों में काटा और फ्रिज में रख दिया. श्रद्धा केस की तरह ही पूनम और दीपक रोज रात में अंजन के शव के टुकड़ों को फेंकने जाते थे.

 

'आपके घर में फ्रिज है'

समाचार एजेंसी के मुताबिक, रामलीला मैदान से जो शव के टुकड़े मिले थे, उनसे मृतक की पहचान नहीं हो पा रही थी. ऐसे में पुलिस को इस मामले को सुलझाने में काफी परेशानी हुई. स्थानीय लोगों के मुताबिक, पुलिस को जून में पांडव नगर स्थित रामलीला मैदान में शव के टुकड़े मिले थे. इसके बाद पुलिस को सबसे पहले शक रामलीला मैदान के सामने स्थित Block-20 के रहने वाले लोगों पर हुआ. पुलिस ने यहां घर घर जाकर लोगों के फ्रिज की तलाशी तक ली.

Block-20 में रहने वाले सिकंदर सिंह बताते हैं कि पुलिस घर घर जाकर लोगों से पूछती थी कि क्या आपके घर में फ्रिज है. उन्होंने बताया कि पुलिस उनके घर पर भी आई थी और उनसे पूछा था कि क्या उनके पास कोई अतिरिक्त फ्रिज है. इतना ही नहीं पुलिस ने सिकंदर से पूछा कि उन्हें इलाके के किसी भी घर से कोई सड़ने की बदबू तो नहीं आ रही. इस पर सिकंदर ने जवाब दिया कि नहीं. सिंह ने बताया कि Block-20 में करीब 500 मकान हैं और इस इलाके में ऐसे कई  Block हैं. सिकंदर ने कहा कि आप इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि पुलिस को इस मामले का खुलासा करने के लिए कितनी मशक्कत करनी पड़ी होगी.

वहीं, एक अन्य स्थानीय निवासी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि कैसे पुलिस ने उनका फ्रिज चेक किया था.  उन्होंने बताया कि पुलिस मेरे घर पर आई थी. इतना ही नहीं पुलिस इलाके में आने वाले लोगों को अचानक से रोककर क्षेत्र में आने की वजह पूछती थी. हालांकि, पुलिस का लोगों ने सहयोग किया.

श्रद्धा मर्डर केस के बाद जांच हुई तेज

इसी बीच नवंबर में पुलिस जब श्रद्धा मर्डर केस में जांच कर रही थी. तभी अचानक से इस मामले में भी जांच तेज हुई. दरअसल, आफताब ने बताया था कि श्रद्धा की हत्या उसने मई में की. ऐसे में पुलिस को आशंका थी कि कहीं जून में रामलीला मैदान में मिले शव के टुकड़े श्रद्धा के तो नहीं हैं. हालांकि, पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि ये शव के टुकड़े किसी पुरुष के हैं.

कैसे हुआ खुलासा?

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस मामले का खुलासा करने के लिए सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज की जांच की. सीसीटीवी से पुलिस मृतक अंजन दास की पहचान कर पाई. हालांकि, पुष्टि नहीं हो पाई थी. अंजन के बारे में जब पुलिस ने जांच की तो चला कि वह 5-6 महीने से लापता है और इसकी शिकायत भी पुलिस में दर्ज नहीं हुई. ऐसे में पुलिस ने अंजन की पत्नी और बेटे से संपर्क किया. शुरू में दोनों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन जब कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया.

क्यों की हत्या?

पुलिस के मुताबिक, पूनम की अंजन से तीसरी शादी की थी. उसके दूसरी शादी से तीन बच्चे थे. वहीं, अंजन की पूनम से दूसरी शादी थी. उसका पहली पत्नी और परिवार बिहार में रहता है. अंजन के पहली शादी से 8 बच्चे थे. पूनम को अंजन की शादी और परिवार के बारे में जानकारी नहीं थी. अंजन जीविका चलाने के लिए कोई काम भी नहीं करता था, ऐसे में वह पूरी तरह से पूनम पर निर्भर था. इतना ही नहीं उसने कुछ दिन पहले पूनम के गहने भी बेंचकर बिहार में अपने परिवार को पैसा भेज दिया था. इसे लेकर दोनों में झगड़ा भी होता था. इसके बाद पूनम के बेटे दीपक की शादी हुई. पूनम और दीपक को शक था कि अंजन उसकी पत्नी और बेटी पर गंदी नजर रखता था. ऐसे में दोनों ने अंजन की हत्या कर दी.

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