नशा मुक्ति अभियान का समापन
धार
नशा मुक्ति भारत अभियान कार्यक्रम के समापन अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसमें सर्वप्रथम रैली का आयोजन किया रैली में उत्कृष्ट विद्यालय के विद्यार्थी, नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थी, नेहरू युवा केंद्र पीजी कॉलेज के विद्यार्थी द्वारा सहभागिता दी गई। रैली इंदौर नाके से प्रारंभ होकर त्रिमूर्ति नगर होते हुए पुनः पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में समाप्त हुई ।
रैली का शुभारंभ सहायक मुख्य कार्यपालन अधिकारी एनएस नरवरिया एवं तंबाकू नियंत्रण के नोडल अधिकारी डॉ संजय भंडारी द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। उक्त रैली में नशे के विरोध में विद्यार्थी द्वारा बड़े ही जोश से नारे लगाते हुए अनुशासन के साथ रैली में चलते रहे।
कार्यक्रम के अतिथियों में धार महू लोकसभा सांसद छतर सिंह दरबार ,धार विधायिका श्रीमती नीना विक्रम वर्मा ,नगरपालिका उपाध्यक्ष कालीचरण सोनवानिया,।डिस्ट्रिक्ट जज एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिन सचिन घोष, जिला पंचायत सीईओ श्री केएल मीणा, एडिशनल एसपी देवेंद्र पाटीदार, सीजीएम, इंदौर से आए मनोरोग एवं नशा मुक्ति के काउंसलर वैभव मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी महेंद्र शर्मा ,भोज शोध संस्थान के निदेशक दीपेन्द्र कुमार शर्मा द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन कर पुष्पमाला अर्पित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया ।
धार कॉलेज ऑफ नर्सिंग के विद्यार्थी द्वारा बड़े ही आकर्षक ढंग से नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी गई, साथ ही कार्यक्रम में आए छोटे बच्चों द्वारा नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी गई।
सांसद श्री छतर सिंह जी दरबार द्वारा नशे के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए कहा कि आने वाली पीढ़ी को हमें नशे से बचाना होगा और इस नशे से नई पीढ़ी का कई प्रकार से नाश हो रहा है एवं उनकी गतिशीलता में कमी आ रही है। धार विधायक नीना विक्रम वर्मा द्वारा अपने संबोधन में बच्चों को बड़े ही रोचक ढंग से अपने पुराने संस्मरण को याद करते हुए बतलाया की धार जिले के बच्चों को अपनी पढ़ाई में खेलकूद में एवं कई आयामों में अपना उत्कृष्ट देने के लिए नशे से दूर रहना होगा उन्होंने यह भी कहा कि मैं वर्ष 2008 से नशे के विरोध में हूं एवं कई प्रकार से कई मंचों से इस बात को मैं कह चुकी हूं कि नशा किसी भी समाज के लिए अत्यधिक हानिकारक होता है परिवार के साथ में शहर और पूरे जिले को नशा प्रगति करने से रोकता है।
एडिशनल एसपी देवेंद्र पाटीदार जी द्वारा बतलाया गया कि किस प्रकार से नशे का सेवन करने से 95% अपराध नशे के कारण ही होते हैं जिसमें विभिन्न प्रकार की सड़क दुर्घटनाएं, घरेलू अत्याचार, महिलाओं पर अत्याचार, बच्चों पर होने वाले यौन अपराध एवं कई जघन्य अपराध सिर्फ और सिर्फ नशे के कारण ही होते हैं इसलिए व्यापक रूप से एवं जन जागरूकता से नशे को समूल नष्ट करना अत्यधिक आवश्यक है जिससे कि समाज अपराध मुक्त होकर शांतिपूर्ण जीवन को व्यतीत कर सकें। जिला शिक्षा अधिकारी महेंद्र शर्मा द्वारा बताया गया कि किस प्रकार से शिक्षा विभाग द्वारा पूरे जिले में स्कूलों एवं छात्रावासों में बच्चों को नियमित रूप से नशे के विरुद्ध जानकारियां प्रदान की जा रही है एवं ज्यादा से ज्यादा व उपाय किए जाते हैं जिससे पढ़ने वाले विद्यार्थी एवं नवीन पीढ़ी नशे से दूर रहे।
नोडल अधिकारी तंबाकू नियंत्रण डॉ संजय भंडारी द्वारा कोटपा अधिनियम 2003 के बारे में विस्तृत रूप से विद्यार्थियों को बताया एवं स्वास्थ्य विभाग हर कदम पर नशे के विरोध में लोगों को पूरे जिले में जागृत कर रहा है उस बारे में भी विस्तृत चर्चा कर बतलाया।विशेष रूप से तैयार की गई एक फिल्म तलब" का प्रदर्शन किया गया, जिसे उपस्थित अतिथियों द्वारा एवं विद्यार्थियों द्वारा बड़े ही ध्यान से देख कर उसकी सराहना की।
सहायक जिला पंचायत अधिकारी एवं उपसंचालक सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण विभाग एनएस नरवरिया द्वारा कार्यक्रम में पधारे समस्त अतिथियों एवं विद्यार्थियों का आभार प्रकट किया एवं कार्यक्रमों में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को मंच पर पुरस्कृत कर प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।उक्त कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, पुलिस विभाग, भोज शोध संस्थान,द यूनियन, स्कूल शिक्षा विभाग, मध्य प्रदेश वॉलंटरी हेल्थ एसोसिएशन के संयुक्त समन्वय से कार्यक्रम को आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन में अवनीश कुमार दुबे समग्र अधिकारी जनपद पंचायत धार, प्रियंवदा अर्जरिया समग्र अधिकारी नगर पालिका पीथमपुर, अजय तोमर समग्र अधिकारी जनपद पंचायत सरदारपुर,आदर्श शेलार समग्र अधिकारी जनपद पंचायत कुक्षी, भरत सिंह मंडलोई समग्र अधिकारी जनपद पंचायत डही रवि भिड़े समग्र अधिकारी जनपद बाग, राजेश्वरी ठाकुर समग्र अधिकारी जनपद पंचायत धर्मपुरी,कविता कनेल समग्र अधिकारी जनपद पंचायत बदनावर द्वारा कार्य किया गया एवं सहभागिता पूर्ण रूप से रही।
मंच का संचालन गजेन्द्र उज्जैनकर पीजी कॉलेज प्रोफेसर द्वारा किया गया।