एलन मस्क और एपल में विवाद खत्म, टिम कुक से मिलकर ट्विटर बॉस ने कहा- गलतफहमी हुई दूर
नई दिल्ली
ट्विटर के नए बॉस एलन मस्क और एपल के बीच विवाद अब थमता नजर आ रहा है। एलन मस्क ने खुद इसका संकेत दिया है। एलन मस्क ने बुधवार को ट्वीट किया कि आईफोन सीईओ टिम कुक के साथ साथ उन्होंने एक बैठक की जिसमें एपल इंक के ऐप स्टोर से ट्विटर को संभावित रूप से हटाए जाने के बारे में गलतफहमी दूर हो गई।
एलन मस्क बोले- गलतफहमी का हुआ समाधान
ट्विटर और टेस्ला इंक के अरबपति सीईओ ने एक ट्वीट में कहा, "हमारी बीच अच्छी बातचीत हुई। अन्य बातों के अलावा हमने ट्विटर को संभावित रूप से ऐप स्टोर से हटाए जाने के बारे में गलतफहमी को दूर किया। टिम स्पष्ट थे कि एपल ने ऐसा करने पर कभी विचार नहीं किया।" इससे पहले एलन मस्क ने सोमवार को एपल पर अपने ऐप स्टोर से ट्विटर को ब्लॉक करने की धमकी देने का आरोप लगाया था।
एलन मस्क ने एपल पर लगाए थे गंभीर आरोप
एलन मस्क ने एपल कंपनी पर एक के बाद एक कई आरोप लगाए। एलन मस्क ने कहा कि एपल ने ट्विटर पर विज्ञापन देना भी बंद कर दिया है। हालांकि, एलन मस्क ने अपने ट्वीट में ये भी कहा है, कि एपल ऐसा क्यों करेगा, इसकी जानकारी एपल की तरफ से नहीं दी गई है। उन्होंने बाद में एक अन्य ट्वीट में कुक के ट्विटर अकाउंट को टैग करते हुए पूछा, "यहां क्या चल रहा है?" मस्क के नवीनतम ट्वीट पर टिप्पणी के अनुरोधों का ट्विटर और एपल ने तुरंत जवाब नहीं दिया।
एपल पर 30 फीसदी टैक्स लेने का आरोप
मस्क के पहले के ट्वीट्स पर भी एपल ने सार्वजनिक रूप से प्रतिक्रिया नहीं दी है। एलन मस्क ने आरोप लगाते हुए कहा था कि कंटेंट मॉडरेशन की मांग पर एपल, ट्विटर पर दबाव डाल रहा है। मस्क ने एक ट्वीट में एपल ऐप स्टोर से दूसरे ऐप को डाउनलोड करने पर ली जाने वाली फीस को लेकर भी आलोचना की थी। मस्क ने लिखा है कि, क्या आप जानते हैं के एपल अपने ऐप स्टोर के माध्यम से खरीदी जाने वाली हर चीज पर गुप्त रूप से 30 फीसदी टैक्स लगाता है।
एपल पर लगे आरोपों के पीछे की सच्चाई क्या है?
फिलहाल ट्विटर और एपल के बीच विवाद थम जरूर गया है लेकिन एलन मस्क के आरोप गलत नहीं हैं। बीते वक्त में एपल कई कंपनियों पर अपने नियम थोपने की कोशिश कर चुका है और बात नहीं मानने पर उन्हें अपने प्लेटफॉर्म से हटा चुका है, जिनमें गैब और पार्लर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म शामिल हैं। हालांकि, जब साल 2021 में पार्लर ऐप ने कंटेट मॉडरेशन को लेकर एपल की शर्तों को मान लिया, तो फिर एपल ने पार्लर ऐप को अपने आई फोन प्ले स्टोर में उसे बहाल कर दिया।