प्लास्टिक मुक्त उत्तराखंड पर्यटन की दृष्टि से होगा महत्वपूर्ण, पहाड़ों पर ड्रोन से रखी जाएगी नजर
उत्तराखंड
उत्तराखंड को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए पहाड़ों में पर्यटकों की ओर से प्लास्टिक कचरा फेंकने की निगरानी अब ड्रोन के माध्यम से की जाएगी। इस बात के निर्देश उत्तराखंड के मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु ने प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट के संबंध में हुई बैठक में दिए। उन्होंने गुरुवार को सचिवालय में कहा कि प्रदेश को प्लास्टिक कचरे से मुक्त करने के लिए प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स-2022 का 100 प्रतिशत अनुपालन जरुरी है। मुख्य सचिव ने कहा कि प्लास्टिक मुक्त उत्तराखंड, प्रदेश के लिए पर्यटन की दृष्टि से भी महत्त्वपूर्ण होगा। उन्होंने निर्देश दिए कि मैन्युफैक्चरर से एक्सटेंडेड प्रोड्यूसर रिस्पांसिबिलिटी (EPR) प्लान शीघ्र मांगा जाए। मुख्य सचिव ने कहा कि प्लास्टिक कचरा प्रबंधन से जुड़े सभी संबंधित विभागों को एक्टिव भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि माउंटेनियरिंग और ट्रैकिंग रूट्स से भी प्लास्टिक कचरा निस्तारण की चेकिंग के लिए ड्रोन आदि की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में कचरा प्रबंधन योजनाओं में प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन को भी शामिल किया जाए। शहरी निकायों में प्लास्टिक कचरे के लिए सम्बन्धित विभाग अपने-अपने स्तर पर प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट नियमावली का अनुपालन सुनिश्चित करें। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन एवं प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।