Bhopal gas tragedy:ब्रिटेन की संसद ने डाउ केमिकल प्रबंधन को “यूनियन कार्बाइड “में तत्काल सुधार के लिए दिया आदेश
भोपाल
भोपाल गैस कांड को 38 साल पूरे हो गए हैं, लेकिन पीड़ितों को अब तक न्याय नहीं मिला। इस बीच गैस पीड़ितों को सुकून देने वाली है खबर सामने आई है। बता दे ब्रिटेन के सांसदों ने भोपाल गैस कांड को लेकर संसद में पेश अर्ली डे मोशन (ईडीएम) पर हस्ताक्षर किए हैं। बता जा रही है 5 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और 3 स्वतंत्र सांसदों सहित संसद के 40 सदस्यों ने प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं। संसद ने यूनियन कार्बाइड के मालिक डाउ केमिकल से तत्काल सुधार करने के लिए भी कहा है। यह जानकारी भोपाल गैस पीड़ित महिला स्टेशनरी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रशीदा बी ने दी है। उन्होंने बताया कि इस दौरान ब्रिटिश विपक्ष और लेबर पार्टी के एंडी मैकडोनाल्ड ने एडीएम का समर्थन किया। उन्होंने उम्मीद जताई है कि प्रस्ताव पर और सांसद हस्ताक्षर करेंगे और निकट भविष्य में भोपाल से लंबित मुद्दों पर ब्रिटेन की संसद का ध्यान जाएगा।
भारतीय मूल के सांसद ने पेश किया प्रस्ताव
रशीदा बी ने बताया कि यह प्रस्ताव भारतीय मूल के सांसद नरेंद्र मिश्रा ने पेश किया। इससे पहले उन्होंने न्याय के मुद्दों पर प्रदूषित भूमि और भूजल की सफाई और पीड़ितों के लिए पर्याप्त मुआवजे पर ब्रिटेन की संसद में बहस की थी। उनके प्रयासों के परिणाम स्वरूप यूके के विदेश राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय में राज्यमंत्री हैनी मेरी ट्रैवलिया ने व्यापार और सहयोग पर चल रही चर्चाओं के दौरान भारतीय समकक्ष के साथ भोपाल के मुद्दों को उठाने की बात का भरोसा दिलाया है।
गैस पीड़ितों का भी भारत सरकार से आस
भोपाल गैस कांड की वो काली रात जो आज भी भोपाल वासियों को अपनों के खोने का दर्द नहीं भूलने देती हैं। आज उस रात को बीते 38 साल हो चुके हैं। लेकिन उस रात का दर्द झेल रहे लोगों का हाल अभी बुरा है। वे कैंसर टीबी जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं लेकिन भोपाल गैस कांड में पीड़ित और उनके परिवार आज भी परेशान हैं उनको ना अपना मुआवजा मिला है ना उनको इलाज मिल रहा है यह कहना है समाजसेवी शमशुल हसन बल्ली का। उन्होंने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी 3 दिसंबर को इतवारा चौराहे पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन रखा गया है।