November 24, 2024

नवग्रहों के मंत्रों का जाप करने से सुख और समृद्धि में होती है वृद्धि

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भारत एक ऐसा देश है, जहां विज्ञान और अध्यात्म का समन्वय देखने को मिलता है. जब जग को यह तक ज्ञात नहीं था कि धरती गोल है, तभी से भारत के ऋषि-मुनियों को नौ ग्रह होने का ज्ञान था.  ग्रह जब प्रसन्न होते हैं तो व्यक्ति को अत्यंत बलवान, धनवान, ऐश्वर्यवान और कीर्तिवान बना देते हैं एवं रुष्ट होने पर व्यक्ति को बर्बाद करने की क्षमता भी रखते हैं. तो आज हम आपको कुछ ऐसे चमत्कारिक मंत्रो के बारे में बता रहे हैं, जिससे ग्रह आप पर प्रसन्न होकर आपको मालामाल कर देंगे. पंडित इंद्रमणि घनस्याल से जानते हैं नवग्रहों के मंत्रों के बारे में.

1). सूर्य
सूर्य को सभी ग्रहों की आत्मा के रूप में जाना जाता है. भगवान सूर्य की पूजा से शक्ति, साहस, यश, सफलता और समृद्धि हासिल होती है.
सूर्य का मंत्र है: “ॐ ह्रीं ह्रों सूर्याय नम:”

2). चंद्रमा
चंद्रमा व्यक्ति के मन का प्रतिनिधित्व करता है इनकी पूजा मानसिक शांति, धन की प्राप्ति और जीवन में सफलता के लिए उपयोगी है.
चंद्रमा का मंत्र है:  “ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:”

3). मंगल
मंगल की पूजा से जीवन में सही स्वास्थ्य, शक्ति, धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है.
मंगल का मंत्र है: “ॐ हूं श्री मंगलाय नम:”

4). बुध
बुध व्यक्ति की वाणी, बुद्धि, तर्क और सतर्कता का कारक होता है. बुध की पूजा से ज्ञान, धन और शारीरिक बीमारियों से छुटकारा मिलता है.
बुध का मंत्र है: “ॐ ऐं श्रीं श्रीं बुधाय नम:”

5). बृहस्पति
बृहस्पति सबसे लाभकारी ग्रहों में से एक है. इनकी पूजा से धन, शिक्षा और संतान की प्राप्ति होती है और व्यक्ति दीर्घायु होता है.
बृहस्पति का मंत्र है: “ॐ ह्रीं क्लीं हूं बृहस्पतये नम:”

6). शुक्र
शुक्र की पूजा से जीवन में खुशियों की प्राप्ति होती है, प्रेम और रिश्तों में प्रगाढ़ता आती है.
शुक्र का मंत्र है: “ॐ ह्री श्रीं शुक्राय नम:”

7). शनि
वैदिक ज्योतिष में शनि ग्रह का बड़ा महत्व है. शनि की पूजा से मानसिक शांति, खुशी, स्वास्थ्य और समृद्धि में बढ़ावा मिलता है.
शनि का मंत्र है:  “ॐ ऐं ह्रीं श्रीं शनैश्चराय नम:”

8). राहु
राहु ग्रह को एक पापी ग्रह माना जाता है. राहु की पूजा से जीवन में शक्ति और समाजिक प्रतिष्ठा में बढ़ोत्तरी होती है.
राहु का मंत्र है: “ॐ ऐं ह्रीं राहवे नम:”

9). केतु
ज्योतिष में केतु ग्रह को एक अशुभ ग्रह माना जाता है परंतु केतु ग्रह के द्वारा व्यक्ति को शुभ फल भी प्राप्त होते हैं, केतु की पूजा से स्वास्थ्य, धन, भाग्य, खुशी में वृद्धि होती है.
केतु का मंत्र है: “ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः”

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