फिर शुरू हुआ शहर को प्रदूषण व नशा मुक्त बनाने हेतु जनजागरूकता अभियान
रायपुर
शहर अपना है शहर के लोग अपने हैं पीड़ा होती है जब शहर प्रदूषित हो और यहां रहने वाले कुछ एक लोग नशे की गिरफ्त में देखे जाते हैं। इनसे मुक्ति किसी एक के वश की बात नहीं सामूहिक रूप से जनजागरूकता अभियान चलायेंगे तो आज नहीं तो कल जरूर इसमें सफलता मिलेगी। नशे से कई घर व परिवार तबाह हो चुके हैं। अभियान को 2014 में शुरू किया था नगर निगम के अध्यक्ष एवं पूर्व महापौर प्रमोद दुबे ने तब बड़ी चुनौती लग रहा था लेकिन लोगों का कारवां जुड़ता गया और शहर का हर तबका इस नेक कार्य में अपनी सहभागिता देने तत्पर है। बीच में कोरोनाकाल व कुछ अन्य कारणों से यह रूक गया था लेकिन लोगों की मांग पर ही शनिवार 3 दिसंबर से पुन: इस अभियान की शुरूआत हुई। सुबह 7.30 बजे ही सुंदरनगर चौक में स्वमेव जुटी सैकड़ों की भीड़ इस बात का साक्षी बने कि हम रूकेंगे नहीं आगे बढ़ेंगे और साइकिल की सवारी करते हुए लाखेनगर,अमीनपारा,सत्तीबाजार, सिटी कोतवाली चौक होकर ऐतिहासिक बूढ़ातालाब गार्डन तक पहुंचे। शहर को प्रदूषण मुक्त एवं नशा मुक्त बनाने कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भूरे, आईपीएस रतनलाल डांगी ने इन्हे शपथ दिलाई। जागरूकता अभियान में कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भूरे, आईपीएस रतनलाल डांगी, कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर यूसुफ मेमन, उद्योगपति नरेंद्र अग्रवाल, महंत कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ देबाशीष मोहंती सहित स्कूल कालेज व एनएसएएस,स्काउट गाइड के बच्चे समेत शहर के अनेक संस्थाओं के प्रतिनिधि इसमें शामिल हुए।