SC Justice Hima Kohli की दो टूक- मजबूत न्यायपालिका मजबूत बार से बनती है
नई दिल्ली
SC Justice Hima Kohli ने सुप्रीम कोर्ट में वकीलों की भूमिका पर टिप्पणी की। जस्टिस हिमा कोहली ने शनिवार को कहा कि "एक मजबूत बार एक मजबूत न्यायपालिका बनाती है" क्योंकि वह कानूनी पेशेवरों के योगदान को स्वीकार करती हैं। न्यायमूर्ति हिमा कोहली ने कहा कि कानूनी पेशा कई कारणों से सम्मान अर्जित करता है जिसमें कमजोर वर्गों के लिए संरक्षक और उसकी स्वतंत्रता बनाए रखना शामिल है।
जस्टिस कोहली का कहना है कि ब्रिटिश राज के दौरान कानूनी पेशा इस देश में सबसे आगे रहा है। उन्होंने लोकतंत्र को जीवंत तरीके से पोषित करने और कानून के शासन को सुनिश्चित करने में उनके योगदान के लिए कानूनी पेशेवरों को भी स्वीकार किया। जस्टिस कोहली ने कहा कि संविधान ड्राफ्टिंग कमेटी के लगभग सभी सदस्य कानूनी पृष्ठभूमि से थे। उन्होंने यह भी बताया कि संसद में वकीलों की संख्या पहली लोकसभा में 36 प्रतिशत थी। 60-70 साल के बाद आज लोकसभा में केवल 4 प्रतिशत वकील हैं। जस्टिस कोहली का कहना है कि एक वकील की भूमिका को बढ़ा-चढ़ा कर पेश नहीं किया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि एक वकील की भूमिका बहुआयामी होती है। बकौल जस्टिस कोहली, कानूनी पेशे को शाही पेशा माना जाता है। इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है।
न्यायमूर्ति कोहली ने कहा कि वकील भाग्यशाली हैं कि वे अन्य क्षेत्रों में गहराई तक उतरते हैं। जस्टिस कोहली ने कहा कि पहले वकालत का पेशा युवाओं के लिए पहला विकल्प नहीं था। अब चीजें नाटकीय रूप से बदल गई हैं। न्यायमूर्ति हिमा कोहली बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया के कार्यक्रम भारतीय वकील दिवस (Lawyers of India Day) के अवसर पर बोल रही थीं। बार एसोसिएशन ने न्यू महाराष्ट्र सदन, केजी मार्ग में बार और कानूनी शिक्षा के प्रतिष्ठित सदस्यों को भी सम्मानित किया।