ट्रायबल के अफसरों की पदोन्नति के लिए सीआर लिखने में भारी लापरवाही, अटके वेतनमान
भोपाल
प्रदेश के ट्रायबल महकमे के अफसरों की पदोन्नति के लिए सीआर लिखने में भारी लापरवाही सामने आई है। यहां सहायक संचालक और प्राचार्य के रूप में काम कर रहे ट्रायबल के स्कूलों में पदस्थ ढाई सौ अफसरों की गोपनीय चरित्रावली 11 सालों से नहीं लिखी गई है। अब जबकि कार्यवाहक पदोन्नति देने के लिए कई विभागों ने तैयारी शुरू की है तो जनजातीय कार्य विभाग के आयुक्त ने सभी संभागीय उपायुक्तों और सहायक आयुक्त, जिला संयोजक जनजातीय कार्य विभाग और अनुसूचित जाति विकास से जानकारी मांगी है।
जनजातीय कार्य विभाग की ओर से कहा गया है कि शासन की नियमावली के अंतर्गत 31 मार्च की स्थिति में गोपनीय प्रतिवेदन लिखे जाते हैं और इसी आधार पर समयमान वेतनमान और पदोन्नति दी जाती है लेकिन प्रदेश भर में पदस्थ हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्राचार्यों की सीआर वर्ष 2011 से अब तक नहीं लिखी गई है। ऐसे में समयमान वेतनमान और पदोन्नति का काम प्रभावित हो रहा है। जनजातीय कार्य विभाग द्वारा जारी की गई ऐसे प्राचार्यों की सूची में कई ऐसे हैं जो 1959 के जन्म वाले हैं और ये 62 साल की उम्र भी पूरी कर चुके हैं।
रिटायरमेंट की कगार पर हैं प्राचार्य
जनजातीय कार्य विभाग ने जिन प्राचार्यों की 11 सालों से पेंडिंग सीआर मांगी है उसमें से अस्सी फीसदी या तो रिटायर हो गए हैं या इसी साल रिटायर हो जाएंगे। ये प्राचार्य कई जिलों में प्रशिक्षक, सहायक संचालक, सहायक अनुसंधान अधिकारी या अन्य रूप में कार्य कर रहे हैं।