टीचर्स के थोक बंद तबादलो के बाद,अतिथियों के भरोसे चल रहे स्कूल
भोपाल
प्रदेश में शिक्षा विभाग की तबादला नीति के तहत तबादलों के लिए आनलाइन आवेदन बुलाए गए थे। जिसमें करीब 49 हजार शिक्षकों द्वारा आवेदन किए गए थे। इन आवेदनों के आधार पर ही विभाग ने थोक में बगैर जांच-पड़ताल किए ही तबादला आदेश जारी कर दिए। जिसकी वजह से प्रदेश के कई स्कूलों में कोई शिक्षक ही नहीं रह गया है। इसकी वजह से अब इन स्कूलों में पढ़ाई का जिम्मा अतिथि शिक्षकों के भरोसे छोड़ दिया गया है। हालांकि अब यहां शिक्षक भेजे जा रहे हैं।
मध्यप्रदेश ऐसा राज्य है, जहां पर शिक्षा विभाग के अफसर पढ़ाई पर ही भारी पड़ जाते हैं। इस विभाग में भर्राशाही ऐसी है कि कई स्कूल बंद जैसे हालातों में पहुंच गए हैं। इसकी वजह है विभाग द्वारा पिछले माह किए गए तबादले। तबादलों की वजह से कई स्कूलों में अब शिक्षक तक नहीं बचे हैं, जिसकी वजह से वार्षिक परीक्षा का समय पास में आने के बाद भी स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ऐसा किसी एक दो स्कूलों में नहीं है, बल्किकई स्कूलों में हो रहा है। दरअसल तबादलों से प्रतिबंध हटने के बाद विभाग ने हजारों की संख्या में तबादले कर डाले। इनमें उन शिक्षकों के तबादले कर दिए, जिनके भरोसे स्कूल खुल रहे थे। विभाग में किस तरह से तबादले किए गए हैं, इससे ही समझा जा सकता है कि 26 हजार से अधिक शिक्षक इधर से उधर किए गए हैं।